बिहार के सरकारी स्कूलों के बच्चों को अब रीडिंग और मैथमेटिक्स स्किल्स सिखाया जाएगा. सरकारी स्कूलों में हर दिन पहले घंटी में मैथ और दूसरी घंटी में रीडिंग की क्लास आयोजित होगी. बच्चे हर दिन 1 घंटे रीडिंग की प्रैक्टिस करेंगे और किसी एक पाठ को बोलकर पढ़ेंगे. इस दौरान शिक्षक बच्चों को सही तरीके से शब्द बोलना सिखाएंगे. रीडिंग की यह क्लास कक्षा 1 से 8वीं तक के लिए 100 दिन तक चलेगी. हर सप्ताह बच्चों का रीडिंग और मैथ टेस्ट भी लिया जाएगा, जिससे पता चलेगा कि बच्चों ने इस दौरान कितना सीखा.
शिक्षा विभाग के ने सभी स्कूलों में शनिवार और रविवार के लिए होमवर्क तय किया है. इसके आधार पर सोमवार को टेस्ट लिया जाएगा. शिक्षा विभाग ने कहा कि शिक्षण सत्र खत्म होने में अभी 3 महीने का समय बचा है. लगभग 90 दिनों के अवधि में सभी स्कूलों में हर दिन कक्षा एक से आठ तक के छात्रों को बेसिक मैथ के प्रश्नों को जल्दी हल करना सिखाया जाएगा.
शिक्षा विभाग ने यह फैसला हाल में ही 25000 बच्चों की जांच के बाद लिया. विभाग ने खुद 1000 स्कूलों के करीब 25000 बच्चों की जांच में पाया कि बच्चों को अभी पढ़ने लिख रहे हैं और गणित में परेशानी का सामना करना पड़ता है. अधिकतर 3, 5 और 8 के बच्चों को मैथ और रीडिंग संबंधित बेसिक जानकारी नहीं थी.