पुरानी संसद भवन पर हुए आतंकी हमले के 23 सालों बाद उसी तारीख को (13 दिसंबर 2023) एक बार फिर संसद की सुरक्षा में चूक हो गई थी. सुरक्षा चूक के कारण दो लोग संसद के अन्दर पहुंच गये थे. और उन्होंने संसद के भीतर स्मोक केन फेंक दिया था.
इस बड़ी सुरक्षा चूक के बाद पार्लियामेंट कैंपस की सिक्योरिटी के लिए CRPF के डीजी की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की गई थी. इसी कमेटी ने फैसला लिया है कि सोमवार 20 मई से नई और पुरानी संसद भवन के सुरक्षा की जिम्मेदारी अब CRPF की जगह CISF के जवान करेंगे.
20 मई से सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फ़ोर्स (CISF) के 3317 जवान संसद की सुरक्षा में तैनात रहेंगे. इस फैसले के बाद CRPF के पार्लियामेंट ड्यूटी ग्रुप (PDG) ने अपने 1400 जवानों को वापस बुला लिया है. साथ ही अपने सारे कमांडो, हथियार और वाहन हटा लिए हैं.
CISF अधिकारीयों के अनुसार CRPF पार्लियामेंट ड्यूटी ग्रुप (PDG) के अलावा संसद की सुरक्षा में लगे दिल्ली पुलिस के करीब 150 कर्मी और संसद सुरक्षा कर्मचारी (PSS) को भी हटा दिया गया है.
खबरों के अनुसार CISF के 3317 जवान पिछले 10 दिनों से राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड्स (NSG) के ब्लैक कमांडो के साथ ट्रेनिंग ले रहे हैं.