सोशल मीडिया पर सिटी बजाओ, स्कूल बुलाओ अभियान को बढ़ावा, बच्चों की उपस्थिति बढ़ी

झारखंड सरकार ने बच्चों से स्कूल में नए अभियान सीटी बजाओ, स्कूल बुलाओ अभियान की शुरुआत कराई है. अभियान में क्लास मॉनिटर सीटी बजाते हुए गांव, कस्बों के बच्चों को स्कूल चलने के लिए प्रेरित करते हैं.

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सौम्या सिन्हा
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सिटी बजाओ,स्कूल बुलाओ अभियान

सिटी बजाओ, स्कूल बुलाओ अभियान

शिक्षा को बढ़ावा देने और बच्चों को स्कूल से जोड़ने के लिए झारखंड सरकार ने बच्चों से स्कूल में नए अभियान की शुरुआत कराई है. इस अभियान में स्कूली बच्चे सिटी बजाते हुए स्कूल जाते है और आस-पास के बच्चों को स्कूल आने के लिए कहते है. इस अनूठे कैंपेन का नाम सीट बजाओ, स्कूल बुलाओ अभियान रखा गया है.

 इस अभियान से स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति भी काफी बढ़ी है. पिछले एक महीने से झारखंड के स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति काफी कम दर्ज की जा रही थी, जिसके बाद झारखंड सरकार ने शिक्षा और साक्षरता विभाग की तरफ से सिटी बजाओ, स्कूल बुलाओ कैंपेन की शुरुआत की.

क्लास मॉनिटर बजाते हैं सीटी

इस अभियान की शुरुआत पहले सिमडेगा जिले में हुई थी. इस पायलट प्रोजेक्ट का काफ़ी सकारात्मक प्रभाव देखने को मिला था. लगभग 1 महीने से स्कूल ना आने वाले बच्चों ने सिटी की आवाज सुनने के बाद स्कूल आना शुरू किया. शिक्षा और साक्षरता विभाग ने सिमडेगा जिले में सकारात्मक प्रभाव देखते हुए पूरे राज्य के सरकारी स्कूलों में से शुरू किया गया.

11 जनवरी से इस अभियान को सोशल मीडिया पर प्रचार करना शुरू किया गया. 11 जनवरी को सभी जिलों के बच्चे स्कूल जाते हुए सीटी बजा रहे हैं, जिसकी तस्वीर और वीडियो सोशल मीडिया पर काफी शेयर की जा रही है. #seetibajao नाम से इस अभियान को सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है. जिसमें एक्स, फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और कू का इस्तेमाल किया जा रहा है. सीटी बजाओ अभियान के तहत रोज स्कूल जाने वाले बच्चों के क्लास मॉनिटर सीटी बजाते हुए गांव, कस्बों के बच्चों को स्कूल चलने के लिए प्रेरित करते हैं.

दरअसल झारखंड में कुछ इलाकों के बच्चे घर पर इस बात की गलत जानकारी देते थे कि स्कूल बंद है और घर पर ही रह जाया करते थे. अब सिटी की आवाज से परिवार  समझ जाता है कि स्कूल खुला है और वह अपने बच्चों को तैयार कर स्कूल भेजते हैं.

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