2024 में लोकसभा चुनाव के पहले सीएम नीतीश कुमार ने अपना पाला बदलकर सबको चौंका दिया था. राजद के साथ मिलकर एनडीए की बुराई करने वाले सीएम ने एकबार फिर से एनडीए का हाथ थाम लिया. नीतीश कुमार के एनडीए में वापस जाने के बाद आज दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनकी मुलाकात होगी.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुधवार को दिल्ली पहुंच चुके हैं. बिहार में भाजपा की सरकार बनने के बाद दोनों की यह पहली मुलाकात होगी, इस मुलाकात को राजनीतिक चश्मे से बेहद अहम माना जा रहा है. प्रधानमंत्री से मुलाकात के अलावा सीएम दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात करेंगे. इसी के साथ जदयू के नेताओं से भी दिल्ली में नीतीश कुमार मुलाकात करेंगे. लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर और कैबिनेट विस्तार को लेकर सीएम नीतीश कुमार दिल्ली में चर्चा कर सकते हैं. प्रधानमंत्री से आज मुलाकात के बाद गुरुवार को सीएम नीतीश कुमार वापस पटना लौटेंगे.
12 फरवरी को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट
पिछले महीने 28 जनवरी को महागठबंधन से नाता तोड़कर बिहार में नीतीश कुमार ने एनडीए के साथ मिलकर नौवीं बार सीएम पद की शपथ ली थी. नई सरकार बनने के बाद 12 फरवरी को विधानसभा में अभी फ्लोर टेस्ट होना बाकी है. इसी फ्लोर टेस्ट पर सबकी निगाहें टिकी हुई है क्योंकि आरजेडी लगातार यह दावा कर रही है कि जल्द ही बिहार में खेला होने वाला है. फ्लोर टेस्ट के पहले सीएम नीतीश कुमार का दिल्ली जाने कई मायने निकाले जा रहे हैं.
प्रधानमंत्री से सीएम नीतीश कुमार की मुलाकात आज से पहले बीते साल सितंबर में जी-20 सम्मेलन के दौरान हुई थी. जी20 सम्मेलन में के दौरान राष्ट्रपति भवन के डिनर में सीएम और पीएम की मुलकात हुई थी. दोनों की तस्वीर भी सम्मेलन से निकलकर सामने आई थी जिसमें दोनों नेता एक-दूसरे से मिलकर मुस्कुराते हुए नजर आ रहे थे. उस वक्त नीतीश कुमार बिहार में महागठबंधन की सरकार के साथ थे. आज पीएम के साथ सीएम नीतीश की इस मुलाकात पर जदयू ने कहा है कि प्रधानमंत्री से होने वाली सीएम नीतीश कुमार की यह मुलाकात सिर्फ एक शिष्टाचार मुलाकात है.
हालांकि जो भी कुछ कहा जा रहा हो लेकिन यह बात बार-बार उजागर हो रही है कि एनडीए में अभी सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. एनडीए में शामिल पार्टियों की ओर से सीट बंटवारे को लेकर मांगे उठ रही हैं, मंत्रालय मिलने से कुछ नेता खुश है तो कुछ नाखुश हैं. एनडीए में अभी भाजपा, जदयू, लोजपा(रामविलास), लोजपा और हम पार्टी शामिल है. इसके पहले 2019 के लोकसभा चुनाव में जदयू भाजपा और लोक जनशक्ति पार्टी(लोजपा) ने मिलकर चुनाव लड़ा था. इस चुनाव के नतीजे में जदयू को 17 में से एक सीट पर हर का सामना करना पड़ा था. भाजपा 17 सीटों पर चुनाव जीत गई थी और लोजपा को भी 6 सीटों पर जीत मिली थी. तब सीट बंटवारे में समस्या नहीं हुई थी, लेकिन इस बार पार्टियां ज्यादा हैं तो मुश्किल भी ज्यादा हो रही है.