दिल्ली महिला आयोग(DelhiWomenCommission) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. शुक्रवार को उन्होंने दिल्ली कार्यालय में अपने 8 साल के कामों का रिपोर्ट पेश किया, जिसके बाद उन्होंने पद से इस्तीफा भी दे दिया.
उनके इस्तीफा के बाद से ही यह खबर आ रही है कि उन्हें आम आदमी पार्टी की तरफ से राज्यसभा के लिए नामित किया गया है. जिसकी वजह से ही उन्हें उन्होंने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया है.
दरअसल 19 जनवरी को राज्यसभा चुनाव के तीन सीटों के लिए आम आदमी पार्टी ने अपने उम्मीदवारों का ऐलान किया है. इन उमीदवारों की लिस्ट में पार्टी ने स्वाति मालीवाल के साथ ही संजय सिंह और एनडी गुप्ता को भी राज्यसभा भेजने के लिए उम्मीदवार बनाया है. एनडी गुप्ता और संजय सिंह वर्तमान में राज्यसभा सांसद है.
इस्तीफे को ले कर स्वाति मालीवाल ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा है पल दो पल मेरी कहानी है… आज नम आँखों से दिल्ली महिला आयोग को अलविदा कहा. 8 साल कब बीत गये पता नहीं चला. यहां रहते हुए बहुत उतार चढ़ाव देखे. अपना हर दिन दिल्ली और देश की भलाई को समर्पित किया. लड़ाई ख़त्म नहीं हुई है, अभी बस शुरुआत है…
साल 2015 में स्वाति मालीवाल ने दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष के रूप में पदभार संभाला था. 8 सालों तक वह इस पद पर बनी रही. इस दौरान उन्होंने महिलाओं के साथ हो रहे कई गंभीर अपराधों को रोका, बच्चों के साथ हो रहे अपराध पर काम किया और महिला-बच्चा सुरक्षा के समाधान निकालने में अहम भूमिका निभाई.
महिला आयोग की अध्यक्ष के अलावा स्वाति मालीवाल अन्ना आंदोलन की कोर कमेटी की सदस्य भी रह चुकी हैं. मूल तौर पर स्वाति मालीवाल दिल्ली के गाजियाबाद की रहने वाली है. स्वाति ने अपनी शुरुआती पढ़ाई एमिटी इंटरनेशनल स्कूल से की. जिसके बाद उन्होंने इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी में अपना ग्रेजुएशन पूरा किया. पढ़ाई पूरी करने के बाद स्वाति ने एक मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब की. बाद में उन्होंने जॉब छोड़कर परिवर्तन नाम के एनजीओ को ज्वाइन किया.
एनजीओ के साथ काम करने के दौरान ही स्वाति अन्ना हजारे के आंदोलन के साथ जुड़ी और उनकी कोर कमेटी की सदस्य रही. आम आदमी पार्टी बनने के बाद वह उसमें भी सदस्य बन गई. स्वाति मालीवाल अरविंद केजरीवाल के सलाहकार भी रह चुकी हैं.
8 साल काम की रिपोर्ट पर पूर्व अध्यक्ष ने लिखा है- पिछले 8 साल में हमने दिल्ली महिला आयोग में 1.7 लाख केस की सुनवाई की. ये पिछले आयोग से 700% ज़्यादा है. साफ़ नीयत और ईमानदारी के साथ काम करते हुए हमने दिल्ली की हर महिला को अपना परिवार का सदस्य मानते हुए सेवा की.
आज स्वाति मालीवाल के इस्तीफे के बाद दिल्ली महिला आयोग का यह पद खाली हो गया है, आने वाले दिनों में ही पता चल पाएगा कि इस पद का जिम्मा केजरीवाल किसे सौंपते हैं.