नए साल के जश्न में न करें गंगा नदी को गंदा, नहीं तो देना पड़ेगा जुर्माना!

गंगा नदी को प्रदूषित करने, उसमें कचरा फैलाने वालों पर इस नए साल में जुर्माने की तैयारी है. इसके साथ ही गंगा किनारे फेके गए ठोस कचरे को हटाने के लिए इंतजाम किए जाएंगे.

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जश्न में न करें गंगा को गंदा

जश्न में न करें गंगा को गंदा

नए साल का जश्न मनाने के लिए कई लोग गंगा किनारे जाते हैं. इस दौरान गंगा के पास पिकनिक मनाते हुए वहां काफी गंदगी फैल जाती है. इसके साथ ही आम दिनों में भी लोग अपने घरों से गंगा नदी में कचरा फेंकते और नदियों को दूषित करते हुए नजर आते हैं. मगर इस साल गंगा को गंदा करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. गंगा नदी को प्रदूषित करने, उसमें कचरा फैलाने वालों पर इस नए साल में जुर्माने की तैयारी है. सरकार जुर्माना प्रावधान को कड़ाई से लागू करेगी. इसके साथ ही गंगा किनारे फेके गए ठोस कचरे को हटाने के लिए इंतजाम किए जाएंगे.

पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने इसके संबंध में निर्देश जारी किया है. मंत्री के निर्देश के बाद बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद ने आवश्यक कदम उठाएं. पर्षद नगर निकायों को गंगा में गिर रहे गंदगी को रोकने के लिए सख्ती बरतने कहा है. इसके साथ ही वैसे लोगों की पहचान करने के लिए कहा है जो गंगा के पानी को दूषित कर रहे हैं. गंदगी फैलाने वालों के लिए जागरूकता होर्डिंग लगाने के भी आदेश दिए गए हैं.

मंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि कई जगहों से शिकायतें मिल रही है कि नदियों में ठोस कचरा फेंका जा रहा है. इस कारण गंगा प्रदूषित हो रही है. नदियों के बहाव पर भी प्रभाव पड़ रहा है. इस पर रोक लगाने के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं.

राज्य में अवस्थित नदियों के जल के गुणवत्ता के समीक्षा के दौरान प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव ने बताया कि गंगा के कुल 34 जगह पर महीने में दो बार और गंगा की सहायक नदियों पर कुल 70 जगहों पर महीने में एक बार जल के नमूनों का संग्रहण और विश्लेषण का काम हो रहा है.

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