झारखंड शराब घोटाला मामले में ED की कार्रवाई, IAS अधिकारियों से लेकर कारोबारियों के घरों पर रेड

रांची में आईएएस अधिकारी विनय चौबे, उत्पाद विभाग के संयुक्त सचिव बिनय चौबे समेत 17 ठिकानों पर ईडी की टीम शराब घोटाला मामले में कार्रवाई कर रही है.

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झारखंड शराब घोटाला

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झारखंड में चुनावी मौसम के बीच ईडी की बड़ी कार्रवाई चल रही है. चुनाव के नामांकन के बीच शराब घोटाला मामले में ईड ने कई आईएएस अधिकारी समेत कारोबारियों के ठिकानों पर छापेमारी की है. रांची में आईएएस अधिकारी विनय चौबे, उत्पाद विभाग के संयुक्त सचिव बिनय चौबे समेत 17 ठिकानों पर ईडी की करवाई मंगलवार सुबह से ही चल रही है.

जानकारी के मुताबिक ईडी ने शराब घोटाला मामले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सरकारी अधिकारी समेत झारखंड और छत्तीसगढ़ के कारोबारी से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी की है. छत्तीसगढ़ पुलिस के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की प्राथमिकी पर संज्ञान लेते हुए संघीय जांच एजेंसी झारखंड कार्यालय द्वारा मामला दर्ज किए जाने के बाद रांची और रायपुर में 15 परिसरों में छापेमारी चल रही है.

आईएएस अधिकारी विनय चौबे राज्य में 2022 के आबकारी नीति के कार्यान्वयन के दौरान झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रधान सचिव थे. उनके ऊपर इस कार्रवाई से सियासी खलबली भी मची हुई है. राज्य में विधानसभा चुनाव की‌ तैयारी चल रही है, ऐसे में सीएम के पूर्व अधिकारी पर कार्रवाई ने मामले को सियासी रूप दिया है.

शराब घोटाला से जुड़े मामले में ईडी ने पहले छत्तीसगढ़ में भी छापा मारा था और वहां के अधिकारियों से पूछताछ कर चुकी है. यह शराब मामला 3 साल पहले का है. आरोप है कि साजिश के तहत झारखंड के आबकारी राजनीति में फेर बदल किए गए. इसके बाद राज्य में देसी और विदेशी शराब का टेंडर सिंडिकेट के लोगों को दिलवाया गया. राज्य में बिना हिसाब की डुप्लीकेट होलोग्राम लगी देसी शराब की बिक्री हुई, साथ ही विदेशी शराब की सप्लाई का काम एफएल 10ए लाइसेंस के रूप में नियम बनाकर अधिकारियों ने अपने गरीबी एजेंसी को दिलाया. जिससे कंपनियों से करोड़ों रुपए का अवैध कमीशन लिया और अवैध कमाई की.

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