बिहार के राजद सुप्रीमों लालू प्रसाद यादव और उनके बेटे उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की मुश्किलों का अंत होते हुए नजर नहीं आ रहा है. लालू परिवार को लैंड फॉर जॉब मामले में सीबीआई ने दोषी बनाया है, इस मामले में लालू के साथ उनकी बेटी और छोटे बेटे को भी शामिल किया गया है. सीबीआई ने तेजस्वी यादव का नाम भी लैंड फॉर जॉब मामले में चार्जशीट में दाखिल किया था.
सीबीआई के साथ-साथ अब प्रवर्तन निदेशालय ने भी उप-मुख्यमंत्री और उनके पिता राजद प्रमुख को समन भेजा है. लैंड फॉर जॉब के मामले में मनी लांड्रिंग के पूछताछ के लिए तेजस्वी यादव और लालू यादव को ईडी(ED) ने बुधवार को समन भेजा है. निदेशालय ने दोनों को अलग-अलग दिन पेश होने को कहा है. एजेंसी ने 22 दिसंबर को तेजस्वी यादव को पेश होने का आदेश दिया है और 27 दिसंबर को लालू यादव को पेश होने का आदेश दिया है.
ईडी ने इस मामले में पहले ही 11 अप्रैल को तेजस्वी यादव से करीब 8 घंटे तक पूछताछ की है. लेकिन यह पहला मौका होगा जबकि लालू यादव से इस मामले में पूछताछ की जाएगी.
राजद प्रमुख लालू यादव पर आरोप है कि उन्होंने अपने रेल मंत्री (2004-2009) रहने के दौरान जमीन के बदले में लोगों को रेलवे में नौकरियां बांटी थी. नौकरियों के बदले में अपने परिवार वालों के नाम पर कई जगहों पर जमीन ली थी. इस मामले में लालू यादव, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव सहित 17 लोगों के खिलाफ दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई चल रही है.
बुधवार को ही तेजस्वी यादव ने दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में अपना पासपोर्ट रिलीज करने की मांग की थी, ताकि वह अगले साल जनवरी में विदेश जा सके.
मीडिया खबरों के मुताबिक ईडी ने लालू परिवार के कथित करीबी सहयोगी से पूछताछ के दौरान लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव के खिलाफ कई अहम सुराग पाए हैं. जिसके बाद दोनों को समन जारी किया गया है.