सीबीएसई ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के विद्यार्थियों के लिए एक बड़ा ऐलान किया है. अगले साल होने वाले फाइनल परीक्षा में सीबीएसई छात्रों को ना तो कोई डिवीजन देगा और ना ही डिस्टिंक्शन. सीबीएसई इस बार CGPA यानी ग्रेट पॉइंट्स ही बच्चों को देगा.
सीबीएसई के एग्जाम कंट्रोलर डॉक्टर संयम भारद्वाज ने 1 दिसंबर(शुक्रवार) को इस बात की जानकारी दी है. संजय भारद्वाज के मुताबिक परीक्षार्थियों को सीबीएसई की ओर से कोई ओवरऑल डिवीजन(फर्स्ट, सेकंड या थर्ड), डिस्टिंक्शन या एग्रीगेटर मार्क्स नहीं दिए जाएंगे. अगर परीक्षार्थी ने 5 से ज्यादा सब्जेक्ट के पेपर दिए हैं तो उसके बेस्ट फाइव सब्जेक्ट तय करने का फैसला उसका संस्थान करेगा.
स्टूडेंट का परफॉर्म तय करेगा रिजल्ट
भारद्वाज ने आगे कहा कि अगर हायर एजुकेशन में या फिर रोजगार के लिए अंकों के प्रतिशत की जरूरत है, तो उसकी गणना दाखिला देने वाले संस्थान या फिर हायरिंग कंपनी के द्वारा की जाएगी. सभी स्टूडेंट्स के मार्क्स को जोड़कर परसेंटेज निकाल कर रिजल्ट कैलकुलेट करने की बजाय हर सब्जेक्ट में स्टूडेंट ने कैसे परफॉर्म किया है इस पर फोकस करने की नीति बनाई जा रही है. हर सब्जेक्ट के लिए अलग-अलग रेट दिए जाएंगे बजाय ओवरऑल परसेंटेज के.
बच्चों में परसेंटेज को लेकर प्रेशर ना हो साथ ही परफॉरमेंस को सुधारने के लिए ये फैलसा लिया गया है. 2024 में सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 15 फरवरी से 10 अप्रैल तक आयोजित कराई जाएगी. दिसंबर में सीबीएसई परीक्षा की डेटशीट जारी कर सकता है.