बिहार के कला संस्कृति विभाग में राज्य के पांच भाषाओं के महोत्सव मनाने को मंजूरी दी है. विभाग ने मुजफ्फरपुर में बज्जिका महोत्सव के आयोजन का निर्देश दिया है. इसमें राज्य के पांच प्रचलित भाषाओं का महोत्सव मनाया जाएगा. भागलपुर में अंगिका, मुजफ्फरपुर में बज्जिका, नवादा में मगही, आरा में भोजपुरी और दरभंगा में मैथिली भाषा का महोत्सव मनाया जाएगा. इसकी शुरुआत अगले साल से होगी. 2025 से यह महोत्सव रोटेशन के आधार पर मनाया जाएगा. इन पांच भाषाओं का जिला स्तरीय महोत्सव मनाने के बाद एक राज्य स्तर पर भी पंचामृत कार्यक्रम आयोजित होगा.
जानकारी के मुताबिक मुजफ्फरपुर में हर साल वीर बालक, रामवृक्ष बेनीपुरी, जानकी वल्लभ शास्त्री महोत्सव का भी आयोजन किया जाएगा. जिसकी तारीख जिला प्रशासन स्थानीय समितियां से मिलकर तय करेगा. इन कार्यक्रमों के आयोजन में समय-समय पर अन्य राज्यों, पूर्व क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र कोलकाता, सांस्कृतिक केंद्र इलाहाबाद आदि का भी सहयोग लिया जाएगा.
राज्य के सभी जिलों में 208 आयोजनों और महोत्सवों की सूची जारी की गई है. जिसके मुताबिक औरंगाबाद में सूर्य महोत्सव, लखीसराय में अशोक धाम महोत्सव, जलप्रपात स्थान महोत्सव जैसे नए महोत्सव शामिल किए गए हैं. मधुबनी में जगदंबा देवी उत्सव, महासुंदरी देवी उत्सव का आयोजन होगा. जिसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी.