काराकाट लोकसभा सीट से भोजपुरी सिंगर और एक्टर पवन सिंह ने चुनाव लड़ने की घोषणा की है. इस लोकसभा सीट पर पवन सिंह जीत के लिए जी-तोड़ मेहनत और का प्रचार कर रहे हैं. इसके लिए वह रोड शो में 2 करोड़ रुपए की रेंज रोवर गाड़ी लेकर पहुंचे थे. वही काराकाट की जनता ने भी पवन सिंह को उत्साह दिखाते हुए उनका स्वागत बुलडोजर से फूलों की बारिश कर किया था. इस पूरे चुनाव प्रचार पर चुनाव आयोग की नजर पड़ी है, जिसके बाद पवन सिंह के खिलाफ एकसाथ पांच थानों में एफआईआर दर्ज की गई है.
चुनाव आयोग ने पवन सिंह को चुनाव लड़ने के लिए नियमों की जानकारी दी थी. आयोग के रूल बुक के अनुसार प्रचार के दौरान गाड़ियों की संख्या की इजाजत लेनी होती है. लेकिन पवन सिंह ने इसकी इजाजत नहीं ली. इसके बाद ही उनकी मुश्किलें बढ़ गई है. अपने समर्थकों के उत्साह में पवन सिंह चुनाव आयोग के निर्देशों को नजरअंदाज कर गए.
20 कार और 30 बाइक से मुश्किल
काराकाट में पवन सिंह की चुनावी यात्रा के खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया है. पांच थानों में दर्ज एफआईआर में 5 से ज्यादा चार चक्का गाड़ी यानी कार को रोड पर ले जाने की अनुमति थी, लेकिन पवन सिंह के काफिले में 20 कार और 30 से ज्यादा बाइक थी. पवन सिंह का 10 किलोमीटर लंबा रोड शो भी एक कारण बना. 23 अप्रैल को काराकाट लोकसभा सीट के पांच जगहों पर पवन सिंह ने रोड शो किया था, जिनमें अकोढ़ीगोला, बिक्रमगंज, काराकाट, संझवली और राजपुर थे. इन पांच थानों में पवन सिंह पर एफआईआर दर्ज की गई है. रोड शो के दौरान पवन सिंह ने हूटर का भी इस्तेमाल किया जबकि गाड़ियों के हूटर का इस्तेमाल करना चुनाव प्रचार में सख्त मना होता है.
मालूम हो कि पवन सिंह ने काराकाट से चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद मंगलवार को रोड शो किया था. इसके बाद बुधवार को उनके खिलाफ पांच स्थानों में एफआईआर दर्ज हुआ. बीते दिनों भोजपुरी सिंगर और एक्टर पवन सिंह को भाजपा ने आसनसोल लोकसभा सीट से टिकट दिया था, मगर बाद में उन्होंने वहां से चुनाव लड़ने से मना कर दिया और टिकट लौटा दिया. कई दिनों के अटकलों के बाद पवन सिंह ने काराकाट से निर्दलीय ताल ठोका.