पटना-हावड़ा मुख्य रेल मार्ग किऊल जंक्शन पर खड़ी मेमू पैसेंजर गाड़ी में गुरुवार को भीषण आग लग गई. पैसेंजर ट्रेन में इस दौरान लोग भी सवार थे. आग लगने से ट्रेन की बोगी में धूंआ भर गया, अनाउंसमेंट कर लोगों को ट्रेन खाली करने के लिए कहा गया. इस दौरान ट्रेन धूं-धूं कर जलने भी लगी. इस घटना से किऊल जंक्शन पर अफरा-तफरी का माहौल हो गया. लोग ट्रेन में लगी आग को देखकर इधर-उधर जंक्शन पर भागने लगे.
खबरों के मुताबिक पटना-देवघर मेमू पैसेंजर ट्रेन किऊल जंक्शन पर खड़ी थी, इसी दौरान ट्रेन में आग लग गई. हालांकि स्टेशन पर मौजूद रेलकर्मियों ने सूझबूझ का परिचय दिया और आग पर काबू पा लिया. मेमू ट्रेन में लगी आग ने कई बगियां को अपने चपेट में ले लिया, लेकिन मौके पर किसी भी व्यक्ति के जान-माल का नुकसान नहीं हुआ. ट्रेन में लगी आग को काबू में करने के लिए लखीसराय से आठ और जमुई से दो दमकल की गाड़ियों को बुलाया गया, जिसने 2 घंटे की मशक्कत के बाद ट्रेन में लगी आग को बुझाया.
बैटरी पैनल में शॉर्ट सर्किट की वजह
घटना पर रेलवे अधिकारी ने बताया कि बैटरी पैनल में शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लग गई थी. फिलहाल आग पर काबू पा लिया गया है और मामले की जांच की जाएगी. रेल डीएसपी एजाज हाफिज ने घटना की जानकारी देते हुए कहा कि ट्रेन में ब्रेक पॉइंट से धूंआ उठने की संभावना जताई गई. आग लगने के अन्य कारणों का पता लगाया जा रहा है. इस घटना में किसी को भी क्षति नहीं हुई है. हालांकि आग लगने से एक बोगी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है, बगल की बगियों को भी नुकसान पहुंचा है.
ट्रेन में आग लगने के बाद स्टेशन के अधिकारी, आरपीएफ और जीआरपी के जवानों ने बचाव कार्य किया. ट्रेन में लगी आग से दूसरी ट्रेनों के परिचालन पर भी असर पड़ा, इस दौरान डाउन लाइन में पाटलिपुत्र एक्सप्रेस एक घंटा विलंब से चलकर किऊल पहुंची. वहीं दानापुर-भागलपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस को भी रोका गया. आग पर काबू पाने के बाद 7:30 के बाद ट्रेनों के परिचालन को सामान्य किया गया.