लोकसभा चुनाव के पहले सभी पार्टियों को रोज झटके पर झटका मिल रहा है. इधर बिहार में कांग्रेस-राजद पार्टियों का दल-बदल जारी है, तो उधर भाजपा को भी शनिवार के दिन बड़ा झटका लगा है. दरअसल लोकसभा चुनाव के ठीक पहले भाजपा के सांसद और पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने अपनी राजनीतिक पारी खत्म करने का ऐलान कर दिया है.
शनिवार को गौतम गंभीर ने अपने एक्स अकाउंट पर ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है कि वह राजनीति से दूरी बना रहे हैं. ट्वीट करते हुए गंभीर ने पीएम मोदी, जेपी नड्डा और अमित शाह को टैग करते हुए शुक्रिया किया है.
गौतम गंभीर का राजनीतिक करियर करीब 5 साल तक
गौतम गंभीर ने अपने एक अकाउंट पर लिखा है- मैंने माननीय पार्टी अध्यक्ष से अनुरोध किया है @JPNadda जी मुझे मेरे राजनीतिक कर्तव्यों से मुक्त करें ताकि मैं अपनी आगामी क्रिकेट प्रतिबद्धताओं पर ध्यान केंद्रित कर सकूं. मैं माननीय प्रधानमंत्री जी को हृदय से धन्यवाद देता हूँ @नरेंद्र मोदी जी और माननीय एचएम @अमितशाह जी मुझे लोगों की सेवा करने का अवसर देने के लिए. जय हिन्द.
गौतम गंभीर के ऐलान के बाद यह साफ हो गया है कि वह आने वाले लोकसभा चुनाव में भाग नहीं लेंगे.
गौतम गंभीर का राजनीतिक करियर लगभग 5 साल तक चला. 2019 में गौतम गंभीर ने अरुण जेटली और रवि शंकर प्रसाद की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ली थी. 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने पूर्वी दिल्ली सीट पर कांग्रेस नेता अरविंद सिंह लवली और आम आदमी पार्टी की आतिशी मार्लेना को हराया था.
'गौतम गंभीर फाउंडेशन' नाम की संस्था
गौतम गंभीर क्रिकेट के अलावा राजनीति और सामाजिक सेवा में भी तत्पर रहते हैं. गौतम गंभीर गरीब बच्चों के भविष्य को संवारने और आर्थिक मदद के लिए 'गौतम गंभीर फाउंडेशन' नाम की संस्था चलाते हैं.
गौतम गंभीर भारतीय क्रिकेट में एक बेहतरीन पारी के लिए जाने जाते हैं. बेहतरीन ओपनर में से एक नाम गौतम गंभीर का भी रहा है. 2007 में T20 विश्व कप में गौतम गंभीर ने अपना शानदार प्रदर्शन किया था. पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल में गौतम गंभीर ने 75 रन बनाए थे. इसके बाद 2011 के भी विश्व कप में गंभीर के बैटिंग का जादू चला था. श्रीलंका के खिलाफ फाइनल में 97 रन की यादगार पारी गंभीर ने खेली थी. इसमें गौतम गंभीर ने महेंद्र सिंह धोनी के साथ साझेदारी की थी. जिसमें भारत विश्व चैंपियन बना था.
वर्तमान में गौतम गंभीर आईपीएल टीम कोलकाता नाइट राइडर्स के मैटर हैं. भारत सरकार ने गौतम गंभीर को 2008 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया था और 2019 में गौतम गंभीर को पद्मश्री भी मिल चुका है.