बुधवार को इजरायल की ओर से गाजा के एक स्कूल पर एयर स्ट्राइक की गई. इस एयर स्ट्राइक में अब तक 34 लोगों के मौत की पुष्टि हुई है, जिसमें से 19 महिलाएं और 2 बच्चे भी शामिल है. टाइम्स आफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक अस्पताल की ओर से बताया गया कि बुधवार देर रात यूएन के एक स्कूल पर हमला किया गया. इस स्कूल में शरणार्थियों ने पनाह ले रखी थी. हमले में 34 लोगों की मौत हो गई है, जिसमें से 19 महिलाएं और बच्चे भी शामिल है.
AP में छपी खबर के मुताबिक हमले में संयुक्त राष्ट्र की आपदा कार्य से जुड़ी संस्था UNRWA के छह कर्मचारियों की भी जान चली गई है. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के मुताबिक स्कूल में शरणार्थियों की जगह को निशाना बनाया गया. जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. यह स्कूल 12,000 से ज्यादा शरणार्थियों का ठिकाना है, जहां ज्यादातर बच्चे और महिलाओं ने शरण ले रखी है. इस हमले से अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन हुआ है जिसे अब रोकने की जरूरत है.
UNRWA के सोशल मीडिया पोस्ट के अनुसार जंग शुरू होने के बाद अब तक पांच बार इस स्कूल पर हमला किया गया है. लेकिन इस बार के हमले में सबसे ज्यादा लोग हताहत हुए हैं.
हमले के बाद इजरायली डिफेंस फोर्स ने कहा कि वह स्कूल के अंदर से हमले की योजना बना रहे हमास के आतंकवादियों को निशाना बना रहा था. फोर्स को सूचना मिली थी कि यहां हमासी आतंकी छुपे हुए हैं.
अल जजीरा के मुताबिक जब लोग खाने का इंतजार कर रहे थे, तभी अचानक हमला हुआ जिससे कई लोगों के चिथड़े उड़ गए.
बता दें कि हमास और इजरायल के बीच 11 महीने से ज्यादा जंग से चल रही है इन हमलों में अब तक 40 हजार से ज्यादा लोगों ने अपनी जान गवा दी है. वही एक लाख के करीब लोग घायल हुए हैं. जंग के कारण गाजा की 23 लाख की आबादी में से लगभग 90% को कई बार भी स्थापित होना पड़ा है. जंग के बीच ज्यादातर स्कूलों में शरणार्थियों को जगह दी गई है, जिसे लगातार इजरायली डिफेंस फोर्स निशाना बना रही है. यूनिसेफ की रिपोर्ट के मुताबिक इजरायली सेना ने 90 फीसदी स्कूलों को नुकसान पहुंचाया है.