गोपालगंज: चार दिनों में पांच संदिग्ध मौत, लोगों का आरोप जहरीली शराब

शराबबंदी कनून के बावजूद राज्य में जहरीली शराब के मामलों को बढ़ते हुए देखा गया है. गोपालगंज जिले में 18 से 20 नवंबर के बीच पांच लोगों की संदिग्ध स्तिथि में मौत से हड़कंप मच गया है.

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जहरीली शराब से मौत

जहरीली शराब से मौत

बिहार में 1 अप्रैल 2016 से पूरी तरह से शराबबंदी कानून लागू है. 8 सालों से राज्य में शराब की तस्करी करने वाले और बेचने वाले लोगों को पकड़ा और जेल पहुंचाया जा रहा है. लेकिन शराबबंदी के बावजूद राज्य में जहरीली शराब के मामलों को बढ़ते हुए देखा गया है.

5 लोगों की मौत

छठ के मौके पर बिहार में जहरीली शराब ने 5 परिवारों को उजाड़ दिया है. गोपालगंज जिले में 18 से 20 नवंबर के बीच पांच लोगों की संदिग्ध स्तिथि में मौत से हड़कंप मच गया. स्थानीय लोगों का कहना है कि सभी ने शराब पी थी जबकि पुलिस शराब से मौत की बात को गलत बता रही है. जिला प्रशासन का कहना है कि सभी की मौत बीमारी से हुई है.

गोपालगंज जिले के बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के अलग-अलग गांव में छठ पूजा के दौरान  सुरेश राम टिंकू राम, रोहित शर्मा, शगरू राय, सिकंदर शाह की अचानक मौत हो गई. परिजनों ने मौत के पीछे शराब वजह बताई है. मौत के बाद से तीन शवों का अंतिम संस्कार कर दिया गया था पुलिस ने टिंकू राम और सुरेश राम के शव का पोस्टमार्टम कराया है. 

मौत पर सियासत 

भाजपा के प्रदेश महामंत्री और बैकुंठपुर विधानसभा के पूर्व विधायक मिथिलेश तिवारी ने पांच मौतों पर अपना बयान देते हुए जिला प्रशासन और सरकार से इसके जांच की मांग की है. मिथिलेश तिवारी ने दावा किया है कि जहरीली शराब पीने से ही पांच लोगों की मौत हुई थी साथ ही अभी कई लोग बीमार भी हैं. उन्होंने आरोप लगाया है कि मृतकों के परिवार वालों को डरा धमका कर मामले को दबाया जा रहा है.

 

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