बिहार में इन दिनों शिक्षकों से जुड़ी खबरें लगातार सुर्खियां बटोर रही है. बिहार सरकार ने बंपर भर्ती निकालकर पहले चरण में 1.20 लाख शिक्षकों को राज्य भर में नियुक्त किया है. राज्य में दुसरे चरण में भी लाखों शिक्षकों की भर्ती होने वाली है जिसकी तैयारियां चालू हैं.
बिहार सरकार के इस कदम को कई लोग सराहनीय बताया है. दुसरे राज्यों में नीतीश मॉडल की चर्चा हो रही है. लेकिन राज्य में एक शिक्षक वर्ग सरकार के खिलाफ अपना मोर्चा खोले बैठा है.
वादे से मुकरे उपमुख्यमंत्री
पटना में उपमुख्यमंत्री के राजद कार्यालय के बाहर बिहार के प्लस टू गेस्ट टीचरों ने धरना दिया है. गेस्ट टीचरों ने तेजस्वी यादव पर वादे से मुकरने का आरोप लगाया है. गेस्ट टीचर्स का आरोप है कि बीपीएससी की बहाली के बाद से ही उन्हें नौकरी से हाथ धोना पड़ा है. राजद कार्यालय के बाहर गेस्ट टीचर्स ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए हैं.
इसके पहले भी कई बार प्लस टू के गेस्ट टीचर अपनी मांगों को लेकर बिहार सरकार के खिलाफ का प्रदर्शन कर चुके हैं. अगस्त में शिक्षकों ने अपने स्थाई करने की मांग राज्य सरकार के सामने रखी थी.