सुप्रीम कोर्ट में आज नीट पेपर लीक मामले पर सुनवाई हो रही है. 40 से ज्यादा याचिकाओं पर सीजेआई चंद्रचूड़ की बेंच सुनवाई कर रही है. आज यह बेंच इस मामले में चौथी सुनवाई कर रही है, जिसमें री एग्जाम का फैसला भी आ सकता है.
सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि पेपर 5 मई के पहले ही लीक हो गया था. दरअसल 5 मई 2024 को नीट-यूजी परीक्षा का आयोजन हुआ था. जिसके पेपर लीक का आरोप लग रहा है. पेपर लीक की सुनवाई के दौरान कई बार 4 मई का भी जिक्र हुआ. सुप्रीम कोर्ट में सॉलिसिटर जनरल ने पूरी कहानी बताई, सॉलिसिटर जनरल ने कोर्ट को बताया कि अमित आनंद जो की नीट पेपर लीक मामले की अहम कड़ी है, वह दरअसल एक बिचौलिया है. उसने 4 मई की रात छात्रों को इकट्ठा किया था, ताकि 5 मई को क्वेश्चन याद करा सके. अमित आनंद ने अपने बयानों में कई बार पेपर लीक की तारीख अलग-अलग बताई है.
एक बयान में उसने कहा है कि नीट का पेपर 4 तारीख को लीक हुआ था. दूसरे बयान में उसने 5 तारीख की सुबह व्हाट्सएप पर पेपर आने का जिक्र किया. अगर पेपर 4 मई की रात को ही लीक हुआ था, तो यह लीक परिवहन की प्रक्रिया के दौरान नहीं, बल्कि स्ट्रांग रूम वाल्ट से पहले ही हो गया था.
सुनवाई के दौरान सीजेआई ने भी कहा कि छात्रों को 4 तारीख की रात याद करने के लिए कहा जा रहा था. इसका मतलब नीट का पेपर 4 तारीख से पहले ही लीक हुआ है. आरोपी अमित आनंद के बयान से भी पता चलता है कि छात्र 4 तारीख की रात उत्तर याद करने के लिए इकट्ठा हुए थे.