बिहार के आरा के वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में शनिवार की सुबह छात्रों ने खूब बवाल मचाया. विश्वविद्यालय में सीनेट की बैठक का आयोजन कराया गया था. इस बैठक के पहले छात्रों ने अपनी अलग-अलग मांगों को लेकर जमकर हंगामा किया. छात्र संगठनों ने इस बैठक का विरोध करने के लिए विश्वविद्यालय के गेट को जाम कर दिया और हंगामा शुरू कर दिया. जिसके बाद मौके पर तैनात पुलिसकर्मी और विश्वविद्यालय के वीसी ने उन्हें समझाने बुझाने का भी प्रयास किया लेकिन विद्यार्थी नहीं माने.
दरअसल वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में शनिवार को सीनेट की बैठक का आयोजन कराया गया. इस बैठक में बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर भी शामिल होने के लिए पहुंचे. यह पहला मौका है जब सीनेट की बैठक में राजपाल शामिल होने के लिए पहुंचे. राज्यपाल को विश्वविद्यालय ने गार्ड ऑफ ऑनर, तिलक और माला लगाकर स्वागत किया.
इस बैठक का विरोध करने के लिए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद संगठन के छात्र जनता दल यूनाइटेड समेत कई छात्र संगठन विरोध और नारेबाजी कर रहे थे. संगठनों के छात्रों का कहना है कि कई सूत्री मांगों के लिए कर विश्वविद्यालय प्रशासन ने मांगे पूरी करने का आश्वासन दिया था लेकिन अभी तक विश्वविद्यालय ने इसको लेकर कोई काम नहीं किया है.
छात्र संगठनों ने के हंगामें के बीच पुलिस प्रशासन और छात्रों के बीच में बक-झक हो गई. इसी बक-झक के बाद संगठन के छात्रों के ऊपर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. दंगा विरोधी दस्ता ने भी मौके पर छात्र संगठन के नेताओं को दौड़ा-दौड़ा कर पीट रहा था. लाठीचार्ज में कई छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. लाठीचार्ज के दौरान कई छात्र सड़क पर गिर गए और कई नाले में भी गिर गए. इससे कई लोगों का सर भी फट गया है. इस लाठीचार्ज में कई लड़कियां भी पुलिस की लाठी का शिकार हो गई.
पूरी घटना पर एसपी प्रमोद कुमार ने मीडिया से बताया है कि छात्र अपनी मांगों को लेकर गेट पर प्रदर्शन कर रहे थे. प्रदर्शन के दौरान उन्होंने गेट को भी तोड़ दिया, जिसके बाद छात्र और पुलिस के बीच में धक्का-मुक्की हुई. एसपी ने किसी पर भी लाठीचार्ज की घटना को साफ इनकार कर दिया है. एसपी ने बताया कि धक्का मुक्की में छात्रों को चोट लगी है.