झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के ऊपर जमीन घोटाला मामला में ईडी की जांच चल रही है. पूर्व सीएम को बीते 13 दिनों से ईडी ने अपनी हिरासत में ले रखा है. 31 जनवरी को गिरफ्तार हुए हेमंत सोरेन को 1 फरवरी को पीएमएलए के विशेष न्यायाधीश दिनेश राय ने ईडी की हिरासत में भेजा था, इसके बाद 13 दिनों तक ईडी ने हेमंत सोरेन से पूछताछ की है.
गुरुवार को हेमंत सोरेन की ईडी हिरासत खत्म हो रही है. नियम के अनुसार किसी मामले में अधिकतम पूछताछ के लिए 14 दिनों की रिमांड ली जा सकती है, जिसमें 13 दिनों तक हेमंत सोरेन से पूछताछ हो चुकी है. 15 फरवरी को 13 दिनों की डिमांड पूरी होने के बाद स्पेशल कोर्ट में आज उनकी पेशी होगी. आज की पेशी में तय होगा की हेमंत सोरेन गिरफ्तार होंगे या मुक्त.
15 फरवरी तक बढ़ाई गई रिमांड
पहली बार विशेष अदालत में पेश होने पर हेमंत सोरेन को 5 दिनों के लिए ईडी रिमांड पर भेजा गया था. ईडी ने विशेष अदालत में 10 दिनों की रिमांड मांगी थी. रिमांड की अवधि 3 फरवरी से शुरू होकर 7 फरवरी तक चली. इसके बाद फिर हेमंत सोरेन को कड़ी सुरक्षा में अदालत में पेश किया गया, जहां पर ईडी ने कोर्ट से 7 दोनों की हिरासत की मांग थी. अदालत ने दोनों पक्षों की दलीलों को सुनते हुए 5 दिनों के रिमांड की अनुमति दी. यह रिमांड 12 फरवरी को खत्म हुई, इसके बाद एक बार फिर ईडी ने हेमंत सोरेन को कोर्ट में पेश किया, जहां सुनवाई के बाद हेमंत सोरेन की रिमांड तीन दिन और बढ़ाई गई. यह रिमांड 15 फरवरी तक के लिए बढ़ाई गई थी.
पूर्व सीएम हेमंत सोरेन से जमीन घोटाला मामले में ईडी ने पूछताछ के दौरान कुछ खास जानकारी नहीं जुटाया है. हालांकि इस दौरान मामले से जुड़े कई लोगों को पूछताछ के लिए ईडी ने बुलाया है जिसमें कांग्रेस सांसद धीरज साहू भी शामिल है. इसके अलावा हेमंत सोरेन के करीबी और आर्किटेक्ट विनोद सिंह से भी पूछताछ की गई है.
हेमंत सोरेन पर 36 फर्जी डिड और कागजात के जरिए सैकड़ों एकड़ जमीन का फर्जी सौदा करने का आरोप है. इसमें हेमंत सोरेन से कई बड़े अधिकारियों से मिले-जुले होने की बात भी सामने आई है. नगर निगम ने इस मामले में FIR भी दर्ज करवाई है, फिलहाल रांची के तत्कालीन कमिश्नर नितिन मदन कुलकर्णी जांच की जिम्मेदारी निभा रहे हैं.