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भाजपा को क्विक से मिला चंदा
भाजपा को क्विक से मिला चंदा
14 मार्च 2024 को चुनाव आयोग ने स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया के चुनावी बॉन्ड के डाटा को अपनी वेबसाइट पर अपलोड किया, जिसमें टॉप दानदाता की लिस्ट में कुछ चर्चित कंपनियों के नाम लोगों को देखने मिले, जिसमें क्विक सप्लाई का नाम शामिल था. फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज और मेधा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रा के बाद लिस्ट में तीसरे नंबर पर क्विक सप्लाई का ही नाम शामिल है.
कंपनी के नाम चर्चा में आने के बाद देश के पड़ताल शुरू की गई और पता लगा कि साल 2000 में निगमित इस असिल्टेड फार्म का पता वही है, जो रिलायंस इंडस्ट्रीज का है. कंपनी ने कुल 610 करोड़ रुपए का चुनावी चंदा पार्टियों को भेजा. जिसमें भाजपा को 375 करोड़ का सबसे ज्यादा चंदा भेजा गया है. कांग्रेस पार्टी और शिवसेना को भी पार्टी ने चंदा दिया है.
जानकारी के मुताबिक क्विक सप्लाई एक स्टोरेज और ट्रांसपोर्ट कंपनी है. रिलायंस के प्रवक्ता ने यह साफ कर दिया है कि क्विक सप्लाई चैन रिलायंस की एक सहायक कंपनी नहीं है. लेकिन रिपोर्ट्स के मुताबिक रिलायंस फायर ब्रिगेड और रिलायंस हॉस्पिटल मैनेजमेंट के पास क्विक सप्लाई का 50.04% हिस्सा है. यह कंपनी रिलायंस को लॉजिस्टिक्स और सप्लाई चेन का सपोर्ट देती है.
क्विक सप्लाई के अलावा दूसरी सबसे बड़ी दानकर्ता मेघा इंजीनियरिंग है, इसकी सहायक कंपनी वेस्टर्न यूपी पावर ट्रांसमिशन ने 9 राजनीतिक दलों को बड़ा चंदा दिया है. मेघा इंजीनियरिंग में भाजपा को कल 1,186 करोड़ रुपए में से 664 करोड़ रुपए का चंदा दिया है. फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज ने 1300 करोड़ रुपए से अधिक खर्च करने के बावजूद केवल चार राजनीतिक दलों को अपने चंदे को पहुंचा है. जिसमें टीएमसी को सबसे अधिक 542 करोड़ रुपए और डीएमके को 503 करोड़ रुपए दिए हैं.
कोलकाता की एमकेजे ग्रुप और उससे जुड़ी कंपनियों ने कांग्रेस पार्टी को खूब राजनीतिक चंदा दिया है. ग्रुप ने लगभग 9 पार्टियों को चंदा दिया है, जिसमें भाजपा को 350 करोड़ रुपए का चंदा मिला है.
भाजपा को कुल 7488 कंपनियों ने चुनावी चंदा दिया है, ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस को 3269 दानकर्ताओं ने चंदा दिया है. कांग्रेस पार्टी को 2908 कंपनियों से चंदा मिला जबकि डीएमके को 641 संस्थाओं ने चंदा दिया है.