आज़ादी के 78 सालों में देश आजाद है मगर महिलाएं नहीं

78 सालों के इतिहास में देश आजाद हुआ मगर यहां की महिलाएं अब भी अमानवीय घटनाओं की शिकार बनती हैं. एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक़ हर घंटे भारत में तीन महिला का रेप होता है

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आज़ादी के 78 साल

आज़ादी के 78 साल

देश की आजादी को साल 2024 में 78 साल हो जाएंगे. इस साल हम आजादी के पर्व को हर साल से बेहतर और भव्य तरीके से मनाने की तैयारी में है. आजादी के महोत्सव को 4 साल पहले ही बड़े स्तर पर मनाने की शुरुआत हुई थी. मगर स्वतंत्रता के बाद भारत की महिलाओं ने कई उतार चढ़ाव देखे हैं. हम महिलाओं को मौजूदा समय में हर क्षेत्र में जाने की आजादी मिलने की शुरुआत हुई है. मिलने शब्द से ही मालूम चलता है कि इसे हम किसी से मांग रहे हैं. आज हम शिक्षा, खेल, डॉक्टर, रोजगार, सेना, अधिकारी, अंतरिक्ष, विदेश यात्रा हर तरह की संभावनाओं में अपनी जगह बना रहे है. मगर इन संभावनाओं को इतनी आसानी से भी हमने नहीं पाया है और ना ही आज भी यह हमारे लिए आसान है.

भारत में हर महिला घर से निकलने के पहले कई सुरक्षा बिंदुओं पर हजार सवाल खुद ही उठती है. अपने कपड़े, पहनावे, बोलचाल, मेकअप, समान इत्यादि को जांच परखती है. हम आज भी अकेले  बाहर जाने से पहले कई तरह की तैयारियां करते हैं. रास्ते में हजारों फोन कॉल, मैसेज, लाइव लोकेशन, ट्रैकर, जीपीएस हर तरह के टेक्नोलॉजी अपनी सुरक्षा के लिए इस्तेमाल करते हैं. 

मुझे याद है कि मैं जब पहली बार देश की राजधानी जा रही थी, तब फ्लाइट से उतरने के बाद होटल पहुंचने तक डेढ़ घंटे तक मेरे पापा फोन कॉल पर, मेरा भाई व्हाट्सएप लोकेशन, मेरी बहन वीडियो कॉल से जुड़ी हुई थी. इतनी सुरक्षा में मैं उस राजधानी में पहुंची थी जहां स्वतंत्रता दिवस का सबसे बड़ा कार्यक्रम आयोजित होता है. मगर ऐसा नहीं है कि दूर सफर करने वालों को ही सिर्फ डर महसूस होता है. काम पर जाने, मार्केट जाने, शादी में भाग लेने, घूमने जाने इन सभी मौके पर हम लड़कियों को कई तरह की नजरों और टिप्पणियों को झेलना पड़ता है. कई बार यह नजरे इतनी करीब की होती हैं कि आप उसे भांप तक नहीं सकते हैं. न जाने कब कहां और कैसे समाज मैं मौजूद बुरी नजर आपको अपनी चपेट में ले ले, इसका डर छोटी, बड़ी, बुजुर्ग, शक्तिशाली, शक्तिहीन हर तरह की महिला को महसूस होता है.

हर दिन टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में कई बड़े आविष्कार हो रहे हैं. सरकार की ओर से भी महिला सुरक्षा को लेकर कई दावे-वादे हो रहे हैं महिला सुरक्षा के ऊपर सेमीनार, वेबीनार और चिंतन कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है. मगर इन सब का फल कहीं नजर नहीं आ रहा. 2021 में एनसीआरबी की रिपोर्ट में पाया गया कि हर घंटे भारत में तीन महिलाओं का रेप होता है. यह आंकड़े गलत भी हो सकते हैं क्योंकि कई ऐसी रेप की घटना लोक लाज, डर, सामाजिक भय, धमकियों के कारण दर्ज नहीं कराई जाती. इन सभी से यह झलकता है कि 78 सालों के इतिहास में देश आजाद हुआ मगर यहां की महिलाएं अब भी अमानवीय घटनाओं की शिकार बनती हैं.

78 years of independence Independence Day 2024