बिहार में बढ़ते अपराध की सीमा नहीं नजर आ रही है. राज्य में सुशासन बाबू और डबल इंजन की सरकार अपराध को काबू करने में पूरी तरह से नाकाम साबित हो रही है. जिसको लेकर विपक्षी गठबंधन ने राज्यव्यापी प्रदर्शन की घोषणा की है. बिहार में विपक्षी गठबंधन इंडिया 20 जुलाई को राज्यव्यापी आंदोलन करने जा रहा है. इंडिया गठबंधन ने कथित रूप से बिगड़ती कानून व्यवस्था के खिलाफ इस आंदोलन को बुलाया है. राजद इकाई के प्रमुख जगदानंद सिंह ने कहा कि कानून व्यवस्था बिहार में पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है. राज्य में हत्या, अपहरण, वसूली, बलात्कार इत्यादि मामले हर दिनबढ़ते जा रहे हैं.
जगदानंद सिंह ने आगे कहा कि जब राज्य में कोई सुरक्षित नहीं है, तो सीएम नीतीश कुमार मौजूदा स्थिति पर चुप क्यों है? सीएम गृह विभाग का प्रधान है. इन अपराधों को देखते हुए हम इंडिया गठबंधन के सभी दल बिहार में 20 जुलाई को विरोध मार्च निकालेंगे. बिहार विधान मंडल के आगामी मानसून सत्र में भी इस मुद्दे को उठाया जाएगा.
राजद प्रदेश अध्यक्ष जगतानंद सिंह ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार के पास गिनाने के लिए कोई उपलब्धि नहीं है. वह केवल थका हुआ आदमी दिन गिन रहा है. अवधि गिरने वाली सरकार है. उपलब्धि गिनने के लिए सरकार के पास कुछ नहीं. 2005 वाली सरकार 1990 में आई थी, उस समय एक लाख में 142 अपराध होते थे. 2005 में हम लोगों के राज में एक लाख में 122 अपराध होते थे. इन अपराधों की संख्या घटकर 142 से 122 हो गई थी. आज के समय में एक लाख में 250 से अधिक अपराध हो रहे हैं.
भाकपा माले के राज्य सचिव ने बैठक के बाद बताया कि 20 जुलाई को इंडिया गठबंधन के हर नेता हर जिला मुख्यालय में प्रतिरोध मार्च निकालेंगे. 22 जुलाई को विधानसभा सत्र में इंडिया गठबंधन के विधायक इस मुद्दे को मजबूती से उठाएंगे. उन्होंने आगे कहा कि जब पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के 70 वर्षीय पिता सुरक्षित नहीं है, तो आम इंसान का क्या है. यह राज्य में अपराध की पराकाष्ठा है.