बिहार का सीमांचल इलाका लोकसभा चुनाव में बड़ा फैक्टर रखता है. सीमांचल के इलाके में मुस्लिम बहुल आबादी रहती है, जिसकी वजह से इस सीट पर सभी पार्टियों की खास नजर रहती है. बिहार के कटिहार लोकसभा सीट पर इस बार जदयू अपना उम्मीदवार उतारेगी. यह सीट जदयू के खाते में जाने के बाद पार्टी ने अपनी कमर कस ली है. जदयू के खाते में आई इस सीट पर एआईएमआईएम की भी नजर है.
वर्तमान में कटिहार संसदीय सीट से जदयू के दुलार चंद्र गोस्वामी संसाद है. कटिहार लोकसभा सीट एक समय कांग्रेस के लिए भी काफी महत्वपूर्ण हुआ करती थी. कांग्रेस पार्टी का इस पर लंबा कब्जा रहा है, 1957 के चुनाव के बाद कांग्रेस पार्टी ने सीट पर 10 बार कब्जा जमाया है. एक समय तारिक अनवर ने कांग्रेस पार्टी को इस सीट से जीत दिलाने का रिकॉर्ड दर्ज किया था. तारिक अनवर ने 1980 और 1984 लोकसभा चुनाव में कटिहार सीट पर जीत दर्ज की थी. इसके बाद 1996 और 1998 लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस को जीत मिली थी.
कटिहार में मुस्लिम मतदाताओं की संख्या अधिक
2019 के लोकसभा चुनाव में दुलाल चंद्र गोस्वामी ने जदयू से जीत दर्ज की थी. जदयू को पिछले चुनाव में 57,000 से ज्यादा वोटों से जीत मिली थी. गोस्वामी ने लोकसभा चुनाव में 5,59,423 वोटों पर कब्जा जमाया था. कांग्रेस के तारिक अनवर को 5,02,220 वोट मिले थे. एनसीपी के मोहम्मद शकूर को 9,248 वोट मिले थे, वहीं 20,000 से ज्यादा लोगों ने 2019 के चुनाव में नोटा बटन दबाया था.
वहीं 2014 के लोकसभा चुनाव में सीमांचल के इस सीट पर एनसीपी के तारिक अनवर ने जीत दिलाई थी. तारिक अनवर को 2014 के चुनाव में 4,31,292 वोट मिले थे, जबकि भाजपा के निखिल कुमार चौधरी को 3,16,552 वोट मिले थे. इसके अलावा जदयू के डॉक्टर राम प्रसाद महतो को चुनाव में 1,00,765 वोट मिले थे.
कटिहार लोकसभा सीट पर जातीय समीकरण बहुत नाजुक है. दरअसल कटिहार में मुस्लिम मतदाताओं की संख्या काफी ज्यादा है. 2019 के लोकसभा चुनाव के परिणाम के अनुसार कटिहार में 41% मुस्लिम वोटर है. 11% यादव और 8% सामान्य जाति के वोटर है. वही 16% वैश्य, 18% पिछड़ा वर्ग, 6% अत्यंत पिछड़ा और अनुसूचित जाति जनजाति के वोटर है.
2019 के चुनावी आंकड़े के मुताबिक कटिहार लोकसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 16,45,713 थी. जिसमें से 8,71,731 पुरुष और 7 लाख 97 हजार महिलाएं थी.