झारखंड में भारी बारिश के बीच जल जमाव जैसी समस्या खड़ी हो गई है. ऐसे में डेंगू और चिकनगुनिया जैसे मच्छरों का भी प्रकोप राज्य में बढ़ाना शुरू हो गया है. प्रदेश में डेंगू और चिकनगुनिया मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है और इन्हें प्लेटलेट्स नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में मरीजों की हालत काफी नाजुक होती जा रही है. राज्य के 24 में से 21 जिलों में ब्लड बैंक प्लेटलेट्स ना होने की परेशानी से जूझ रहे हैं. प्रदेश में केवल राजधानी रांची, धनबाद और हजारीबाग के ब्लड बैंक में प्लेटलेट्स मिल रहे हैं.
जानकारी के मुताबिक झारखंड में डेंगू और चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या अलग-अलग जिलों में 465 पहुंच चुकी है. अगस्त से 15 सितंबर तक 264 से ज्यादा मरीजों की पुष्टि हुई है. रांची में अब तक 120 से अधिक डेंगू और दर्जनों चिकनगुनिया मरीज मिले हैं .
इस साल सितंबर 2024 तक 436 डेंगू मरीज झारखंड में मिले हैं, इनमें से सबसे ज्यादा 122 मरीज रांची में मिले. वहीं पूर्वी सिंहभूम में 66, खूंटी में 59, साहिबगंज में 24, पश्चिम सिंहभूम में 24, हजारीबाग में 20, गिरिडीह में 18, गढ़वा में 16 और सरायकेला में 15 डेंगू मरीजों की पुष्टि हुई है.
इधर 12 डेंगू मरीजों को रिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जिनका इलाज आइसोलेशन वार्ड में चल रहा है.
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक राज्य में सिर्फ डेंगू और चिकनगुनिया ही नहीं जापानी बुखार के मरीज भी बढ़ रहे हैं. अगस्त में 168 चिकनगुनिया मरीजों की पहचान हुई थी. इनमें से 79 रांची में मिले थे, जबकि जापानी बुखार के 28 मामलों में से 7 रांची में मिले थे.
रांची के अलावा रामगढ़ में 16, गिरिडीह में 11, पलामू में 10, पूर्वी सिंहभूम में 8, हजारीबाग में 6, गुमला में 6 और चतरा में 5 चिकनगुनिया मरीज मिले हैं. हालांकि अभी तक राज्य में डेंगू और चिकनगुनिया से एक भी मौत नहीं हुई है, जो सबसे बड़ी राहत की खबर है.