झारखंड में बर्ड फ्लू ने दस्तक दी है. झारखंड की राजधानी में बर्ड फ्लू के केस मिले हैं, जिनकी पुष्टि भी हो चुकी है. बर्ड फ्लू रांची के होटवार इलाके में फैला है, होटवार के एक रिजनल पोल्ट्री फार्म में 1000 से ज्यादा मुर्गियों के साथ 2000 से ऊपर पक्षियों को मार दिया गया है. रीजनल पोल्ट्री फार्म में 1745 मुर्गियों और 2196 से ज्यादा पक्षियों में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद उन्हें मारा गया है. इसके अलावा फार्म के 1697 अंडो को भी नष्ट किया गया है.
पिछले दिनों दो मुर्गों की मौत होने के बाद आईसीएआर-राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान,भोपाल में मुर्गों के सैंपल जांच के लिए भेजा गया था. सैंपल की जांच के बाद h5n1 एवियन इन्फ्लूएंजा की पुष्टि हुई थी. इसके बाद जिला प्रशासन अलर्ट पर आ गया. फ्लू की पुष्टि होने के बाद जिला प्रशासन ने तुरंत एक्शन लेते हुए रैपिड रिस्पांस टीम का गठन किया है. हर टीम में पशु चिकित्सा पदाधिकारी और कर्मियों को नियुक्त किया गया है. एक्शन प्लान के तहत रैपिड रिस्पांस टीम क्षेत्रीय मुर्गी पालन होटवार,रांची के बाकी बचे मुर्गो की किलिंग साइंटिफिक तरीके से करेगी. इसके बाद संक्रमित क्षेत्र में साइंटिफिक तरीके से क्लीनिंग कराई जाएगी और डिसइन्फेक्शन किया जाएगा.
बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद बुधवार से ही क्षेत्र के 1 किलोमीटर के दायरे में जिंदा या मृत मुर्गियों के उत्पादन और अंडे की बिक्री पर रोक लगा दी गई है. एक खबर के मुताबिक लगभग 1800 मुर्गी और 400 से ज्यादा बत्तख इलाके में थे. डॉक्टरों के मुताबिक बर्ड फ्लू संक्रमण से बचने के लिए सावधानी बरतने की जरूरत है. यह बर्ड फ्लू बच्चों को संक्रमित कर सकता है. इसलिए पक्षियों से इंसान में फैलने वाले इस इन्फ्लुएंजा से बचाव के लिए अभी कुछ समय के लिए मुर्गो और पक्षियों से दूरी बनानी होगी.