झारखंड मुक्ति मोर्चा के सुप्रीमो शिबू सोरेन और उनके परिवार वालों के खिलाफ एक बार फिर शिकायत की गई है. इस बार यह शिकायत सीबीआई में की गई है. बेनामी संपत्ति अर्जित करने को लेकर इस शिकायत को गोड्डा सांसद डॉक्टर निशिकांत दुबे ने दर्ज कराया है.
निशिकांत दुबे ने CBI निदेशक को हेमंत परिवार के खिलाफ संपत्ति अर्जित करने के मामले में चिट्ठी लिखी है. चिट्ठी में निशिकांत दुबे ने शिबू सोरेन और उनके पारिवारिक सदस्यों के खिलाफ भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. गोड्डा सांसद ने पत्र से अनुरोध किया है कि सीबीआई बेनामी संपत्ति की जांच करें और हेमंत परिवार के खिलाफ उचित कार्रवाई करें.
गोड्डा सांसद ने पहले भी लोकपाल से की थी शिकायत
शिबू सोरेन और उनके परिवार के खिलाफ गोड्डा सांसद ने पहले भी लोकपाल से शिकायत की थी. इस मामले में 6 महीने के अंदर सीबीआई को जांच पूरी कर आगे की कार्रवाई का आदेश मिला है. लोकपाल ने अपने आदेश में कहा था कि सांसद के पारिवारिक सदस्यों के खिलाफ मिली ही. शिकायत की तिथि से 7 साल पहले की संपत्ति अर्जित करने के संबंधित तथ्यों का उल्लेख है. 7 साल से ज्यादा समय से संबंधित मामले में कार्रवाई करने का आदेश लोकपाल के क्षेत्राधिकार से बाहर है. लोकपाल ने कहा था कि यह मामला भ्रष्टाचार का है, इसलिए सीबीआई से जांच कराई जाए.
भ्रष्टाचार यह मामला दिल्ली हाईकोर्ट तक भी पहुंचा, जिसके बाद कोर्ट ने शिबू सोरेन की ओर से दायर याचिका को खारिज करते हुए फिर से सीबीआई जांच के आदेश दिए.
निशिकांत दुबे ने अपने पत्र में लिखा है कि शिबू सोरेन ने अपने नाम और अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर कई जगहों पर जमीन, आवासीय और वाणिज्य संपत्तियां सहित कई अचल संपत्तियां भी अर्जित की है. यह संपत्ति रांची, धनबाद और दुमका आदि जिले में ली गई है. इसके अलावा गोड्डा सांसद ने यह भी बताया है कि शिबू सोरेन के परिवार के सदस्यों ने हरमू रांची में लगभग 30 कट्ठा जमीन खरीदी है, जिसका सर्किल रेट लगभग 80 लाख रुपए है.