34वें राष्ट्रीय खेल घोटाला मामले के जांच एक बार फिर शुरू हो गई है. सीबीआई ने इस घोटाले में गवाहों से पूछताछ से शुरू कर दी है. मामले में शिकायतकर्ता पंकज यादव के अलावा सुशील सिंह मंटू और सूरज सिंह बेसरा से सीबीआई पूछताछ कर रही है.
साल 2011 में राष्ट्रीय खेल घोटाला हुआ था, जिस मामले में याचिकाकर्ता पंकज यादव से 13 साल पहले रांची में खेल आयोजन में कथित अनियमितताओं के बारे में पूछताछ हुई है. सीबीआई ने इस साल सितंबर में जांच एजेंसी की क्लोजर रिपोर्ट को खारिज करने के बाद एक बार फिर जांच शुरू की है. अदालत से याचिकाकर्ता पंकज यादव और सूर्य सिंह बेसरा द्वारा जांच के परिणाम से असंतोष व्यक्त किया था. अदालत ने अपने फैसले में कहा कि कथित अनियमितताओं के बारे में जानकारी रखने वाले प्रमुख गवाहों की जांच किए बिना क्लोजर रिपोर्ट दायर की गई थी. जो जांच अधिकारी द्वारा अपर्याप्त जांच और साक्ष्य संग्रह को दर्शाता है.
रांची में साल 2011 में 34वें राष्ट्रीय खेल का आयोजन हुआ था. जिसमें 457 करोड़ के घोटाले की जांच हो रही है. कथित तौर पर स्पोर्ट्स कांप्लेक्स के निर्माण और खेल उपकरण की खरीदारी में अनियमितता को लेकर तीन अलग-अलग जनहित याचिका पर झारखंड हाईकोर्ट ने फरवरी 2022 में जांच की आदेश दिए थे.
सीबीआई ने जांच कर मामले में 8 फरवरी को क्लोजर रिपोर्ट जमा कर दिया था. सीबीआई की जांच में आरोपितों को क्लीन चिट मिल गई थी और केस को बंद करने से पहले सीबीआई ने याचिकाकर्ता पंकज यादव सहित दो अन्य शिकायतकर्ता को समन भेज कर अपना पक्ष रखने का निर्देश दिया था.