झारखंड में जेएसएससी सीजीएल परीक्षा में गड़बड़ी की जांच के लिए टीम गठित किया गया है. राज्यपाल के आदेश के बाद चयन आयोग ने कमेटी का गठन किया है और जांच शुरू कर दी है. जेएसएससी की ओर से जांच के लिए आयोग के सचिव सुधीर कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में कमेटी बनाई गई. जिसमें आयोग के संयुक्त सचिव मधुमिता कुमारी, उप सचिव सह परीक्षा नियंत्रक अरविंद कुमार लाल सदस्य बनाए गए हैं. यह कमेटी एक हफ्ते में जांच कर रिपोर्ट सौंपेगी.
परीक्षा में गड़बड़ी की जांच को लेकर 6 शिकायतकर्ताओं को भी आयोग ने बुलाया है. 30 सितंबर को इन शिकायतकर्ताओं को कार्यालय बुलाया गया, जिसमें दो कोचिंग संचालक और चार अभ्यर्थी शामिल है. दरअसल इन्होंने आयोग को गड़बड़ियों के कुछ साक्ष्य सौंपें थे. अभ्यर्थियों ने प्रतिनिधि मंडल के रूप में 26 सितंबर को आयोग के सचिव से मुलाकात की थी. इसके बाद आयोग ने इन्हें पत्र भेज कर पेन ड्राइव और सीडी के मूल स्रोत के बारे में जानकारी देने कहा. 30 सितंबर को दोपहर 3:00 बजे इन्हें आयोग के सामने उपस्थित होकर साक्ष्य के मूल स्रोत के बारे में बताना होगा, ताकि आगे की कार्रवाई हो सके.
बता दें कि झारखंड में 21 और 22 सितंबर को जेएसएससी सीजीएल परीक्षा-2023 का आयोजन हुआ था. दो दिनों की परीक्षा में पेपर लीक से बचने के लिए इंटरनेट को भी बंद किया गया था. 2000 पदों की नियुक्ति परीक्षा में 3 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हुए थे. जिनके लिए राज्य में 823 केंद्र बनाए गए थे. इस परीक्षा में अभ्यर्थियों ने पहले की परीक्षाओं में पूछे गए सवालों को दोहराने का आरोप लगाया था. साथ ही रांची, धनबाद के कुछ केन्द्रों पर परीक्षा से पहले छात्रों के मोबाइल से आंसर लिखने का भी आरोप लगाया गया है. अभ्यर्थियों ने कहा कि परीक्षा शुरू होने से पहले ही पेपर लीक हो चुका था. इन आरोपों के बीच आयोग ने कहा था कि यह परीक्षा कदाचार मुक्त संपन्न हुई है.