असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने बुधवार को बड़ा खुलासा किया. झारखंड भाजपा के चुनाव का प्रभारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर झारखंड के पूर्व सीएम की जासूसी का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि दिल्ली में चंपई सोरेन की जासूसी कराई जा रही थी. इसे झारखंड स्पेशल ब्रांच के दो सब इंस्पेक्टर कर रहे थे, जो फिलहाल दिल्ली पुलिस की कस्टडी में है. पूछताछ में दोनों ने आईजी प्रभात कुमार का नाम लिया है. उनके कहने पर ही दोनों इंस्पेक्टर जासूसी करने पहुंचे थे.
असम सीएम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में आगे कहा कि स्पेशल ब्रांच के कई लोग काम करते हैं. इसलिए उन दोनों की तस्वीर और नाम को सार्वजनिक करना सही नहीं होगा. मगर पूछताछ में दोनों ने यह बताया कि संवैधानिक पद पर बैठे एक शख्स ने जासूसी करने का आदेश दिया था. इन दोनों पदाधिकारियों के साथ एक महिला थी शामिल थी. उन्होंने कहा कि इसमें संभवत हनी ट्रैप की भी साजिश है. फिलहाल यह जांच का विषय है.
सीएम हिमंता बिस्वा ने रांची राज्यपाल से इसकी शिकायत करने कहा है.
बता दें कि बीते हफ्ते चंपई सोरेन दिल्ली में थे. तीन दिन उन्होंने दिल्ली में राजनीतिक मंथन किया. इस दौरान वह ताज होटल में रुके थे. उनके साथ उनके पीए भी मौजूद थे. चंपई सोरेन का मूवमेंट इस दौरान ट्रैक किया जा रहा था. स्पेशल ब्रांच के दोनों अफसर फोटो खींच रहे थे, जिस दौरान मंगलवार को उन्हें पकड़ा गया और दिल्ली पुलिस को हैंडोवर किया गया. बताया जा रहा है कि यह दोनों कोलकाता से ही फ्लाइट में सवार हुए थे और होटल के नजदीक ही रूके थे.
असम सीएम ने आगे कहा कि यह एक गलत परंपरा और एक बड़ा मुद्दा है. संवैधानिक भारत में ऐसा कभी नहीं हुआ. हो सकता है कि इस दौरान चंपई सोरेन के फोन को भी टैप कराया गया हो. जब दो अधिकारियों के फाइव स्टार होटल में ठहरने की फंडिंग, फ्लाइट में आने जाने की फंडिंग है तो आप समझ सकते हैं यह कितना बड़ा मामला हो सकता है.