झारखंड में तीसरी बार हेमंत सोरेन सत्ता संभालने के लिए शपथ ले चुके हैं. गुरुवार को राज्य के 13वें सीएम के तौर पर उन्होंने शपथ ली, अब उन्हें एक हफ्ते के अंदर अपने सरकार का विश्वास मत हासिल करना है. 8 जुलाई को राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन के सामने झारखंड सरकार का फ्लोर टेस्ट संभावित है. हेमंत सोरेन के लिए यह फ्लोर टेस्ट साबित करना मुश्किल नहीं होगा, क्योंकि उनके पास पर्याप्त संख्या में गठबंधन के विधायक मौजूद है.
झारखंड सदन में फिलहाल विधायकों की संख्या 77 है, 5 विधायक इस बार सदन में नहीं होंगे, चार विधायक लोकसभा चुनाव जीत गए संसद पहुंचे हैं. वहीं झामुमो विधायक सीता सोरेन ने भाजपा का साथ थामा था. वर्तमान विधानसभा में बहुमत के लिए 39 विधायकों की संख्या होनी चाहिए, सीएम हेमंत सोरेन के पास बहुमत का आंकड़ा अभी ही नजर आ रहा है. दरअसल झारखंड विधानसभा में इंडिया गठबंधन के पास 47 विधायक मौजूद है, जिसमें झामुमो के 26, कांग्रेस के 18, राजद के एक, माले के एक और मनोनीत एक विधायक हैं. विपक्षी एनडीए के पास कुल 28 विधायकों की बहुमत है, जिसमें भाजपा के 24, आजसु के तीन, एनसीपी के एक, निर्दलीय दो विधायक शामिल है.
विधायकों के दूसरे दल में बैठने पर भी हेमंत सोरेन के बहुमत का आकडा बिगड़ा हुआ नजर नहीं आ रहा है. इसलिए माना जा रहा है कि हेमंत सोरेन इस फ्लोर टेस्ट को आराम से पास कर लेंगे.
बता दें कि गुरुवार को कुल 154 दिनों के बाद हेमंत सोरेन ने सीएम कुर्सी संभाली. शाम 5:00 बजे करीब सीएम पद की शपथ लेने के बाद 6:00 बजे वह प्रोजेक्ट बिल्डिंग पहुंचे और औपचारिक तौर पर अपने पदभार को संभाला.