झारखंड में पिछले दिनों मुर्गो और अंडों में संक्रमण पाया गया था, जिसकी वजह से सैकड़ों अंडो और मुर्गो को नष्ट किया गया था. मुर्गों में संक्रमण के बाद अब राज्य में एक नई चिंता बढ़ती हुई नजर आ रही है. दरअसल झारखंड के दो जिलों में बड़ी संख्या में चमगादड़ों की मौत हो रही है. झारखंड के गढ़वा और लातेहार जिले में सैकड़ों चमगादड़ मरे हुए पाए गए हैं. इसके पहले गढ़वा, हजारीबाग और रांची में भी चमगादड़ मरे पाए गए थे, इन चमगादड़ों की मौत किस वजह से हो रही है इसकी पुष्टि नहीं हो पा रही है.
मृत चमगादड़ों से रहे दूर
शुक्रवार की सुबह भी लातेहार जिले के मनिका प्रखंड के अंतर्गत कोइली गांव में बड़ी संख्या में चमगादड़ मरे हुए मिले. मरे चमगादड़ों को देखने के लिए आसपास के कई लोग वहां जुट गए. लातेहार डीएफओ रोशन कुमार एडवाइजरी जारी कर लोगों को मृत चमगादड़ों से दूर रहने की सलाह दी है क्योंकि चमगादड़ों के मौत की वजह अभी साफ नहीं है, ऐसे में उन्हें कोई बीमारी या वायरस हुआ तो यह लोगों में फैलने का भी खतरा हो सकता है. लोगों से अपील की गई है कि मरे हुए चमगादड़ों को हाथ भी ना लगाए और मरे चमगादड़ को दिखने के बाद वन विभाग को इसकी जानकारी दे.
मृत पाए गए चमगादड़ों के सैंपल को जांच के लिए भेजा जा रहा है, अब जांच के बाद ही साफ हो पाएगा कि इतनी संख्या में चमगादड़ कैसे मर रहे हैं. कहा जा रहा है कि भीषण गर्मी से या फिर किसी संक्रमण की वजह से इतने चमगादड़ मर रहे है. इधर गढ़वा में मरे हुए चमगादड़ों को कुछ लोग अपने घर लेकर चले गए और उन्हें खा लिया. जब वन विभाग को इसकी जानकारी हुई तो महामारी की चिंता सताने लगी. गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम को भेजकर 27 लोगों को चमगादड़ खाने के मामले में चिन्हित किया गया और उनकी सेहत की जांच की जा रही है. स्वास्थ्य विभाग चमगादड़ खाने वाले लोगों को आइसोलेट करने के लिए भी विचार कर रहा है.