बुधवार की देर शाम झारखंड में सीएम चेहरा बदल गया. राज्य में चंपई सोरेन का दौर खत्म हुआ और एक बार फिर से हेमंत सोरेन ने अपने हाथों में राज्य की कमान ले ली है. हेमंत सोरेन आने वाले कुछ दिनों में ही झारखंड के सीएम का फिर से कार्यभार संभालेंगे. 5 महीने तक चंपई सोरेन ने झारखंड में सत्ता संभाली, जेल जाने के पहले हेमंत सोरेन ने अपनी कुर्सी उन्हें दे दी थी. इस 5 महीनों में राज्य में कैबिनेट विस्तार को लेकर भी सवाल उठ रहे थे, जिस पर चंपई सोरेन ने जल्दी ही इसे कराने की बात कही थी. लेकिन अब जब हेमंत सोरेन ने फिर से सीएम बनने के लिए कमर कस ली है, तो ऐसे में कैबिनेट मंत्रियों के चेहरे पर भी अटकलें शुरू हो गई है.
महागठबंधन की ओर से कल ही हेमंत सोरेन को अपना नेता चुन लिया गया है, जिसकी सूचना राजभवन को भेजी गई है. पत्र में 7 जुलाई को शपथ ग्रहण कराए जाने का आग्रह किया गया है. जिसमें हेमंत सोरेन के साथ उनके मंत्री भी शपथ लेंगे. यह शपथ ग्रहण समारोह मोरहाबादी मैदान में आयोजित कराने के लिए राजभवन से आग्रह किया गया है. कहा जा रहा है कि चंपई सोरेन जिस कैबिनेट के साथ सरकार चला रहे थे हेमंत सोरेन भी उसी कैबिनेट को आगे लेकर चलेंगे. हालांकि इसमें कांग्रेस की ओर से कुछ बदलाव देखने मिल सकते हैं.
गठबंधन में शामिल कांग्रेस की ओर से डॉक्टर इरफान अंसारी को कैबिनेट में जगह मिलने की बात कही जा रही है. इसके साथ झामुमो की ओर से बैद्यनाथ राम के कैबिनेट में शामिल होने की चर्चा चल रही है. खबर है कि हेमंत सोरेन 12 मंत्रियों के कोटे को शपथ ग्रहण में पूरा कर लेंगे. वहीं पूर्व सीएम चंपई सोरेन को झामुमो का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया जाएगा. विधानसभा चुनाव भी नजदीक है ऐसे में चंपई सोरेन को पार्टी को मजबूत करने के लिए जिम्मेदारी दी जा सकती है.