झारखंड में 1000 करोड़ रुपए की लागत से रिम्स-2 का निर्माण होगा. शुक्रवार को श्रम मंत्री संजय प्रसाद यादव, कृषि एवं पशुपालन मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की और स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर इरफान अंसारी ने अपने-अपने विभागों की समीक्षा की. बैठक के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए श्रम नियोजन मंत्री संजय प्रसाद यादव ने बताया कि इंस्पेक्टर और बिचौलियों के बीच सांठ-गांठ को खत्म किया जाएगा. इसके लिए लेबर इंस्पेक्टर को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वह खुद गांव-गांव जाएं और श्रमिकों का लेबर कार्ड बनवाएं.
स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने राज्य में 1000 करोड़ की लागत से नया रिम्स अस्पताल बनाने का फैसला लिया है. यह अस्पताल दिल्ली की तर्ज पर बनाया जाएगा. साथ ही इसका निर्माण ऐसे किया जाएगा कि यह झारखंड मॉडल बनकर दिल्ली के अस्पतालों को भी प्रेरित करें. वहीं जामताड़ा में मेडिकल कॉलेज अस्पताल खोलने की प्रक्रिया तेज की जाएगी. इसके साथ ही राज्य के हर कोने में स्वास्थ्य सेवाओं को पहुंचाने के लिए 1000 नए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनाए जाएंगे, ताकि ग्रामीण और सुदूर इलाकों के लोगों की पहुंच स्वास्थ्य सुविधाओं तक बेहतर हो सके. सभी सदर अस्पताल को भी अपग्रेड किया जाएगा. इसके लिए 200 अस्पताल प्रबंधकों की नियुक्ति विभाग के स्तर पर होगी. मोहल्ला क्लीनिक के आधुनिकीकरण पर काम किया जाएगा.
स्वास्थ्य मंत्री अंसारी ने कहा कि एक डॉक्टर के रूप में स्वास्थ्य मंत्री राज्य को मिला है. इसलिए स्वास्थ्य सेवा में किसी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. जो डॉक्टर अच्छा काम करेंगे, उन्हें इनाम मिलेगा. मगर लापरवाही बरतने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी.
इसके अलावा कृषि पशु पालन एवं मत्स्य विभाग की बैठक में बजट की राशि को अन्नदाताओं के बीच खर्च करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं. मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि वह बैठक की सबसे युवा मंत्री हैं. इसलिए सोच साफ है कि अधिकारी युवा सोच के साथ खुले दिमाग से काम करें. उन्होंने विभाग के सभी उच्च अधिकारियों को सप्ताह में दो दिन फील्ड में समय गुजारने और जमीनी स्तर पर समस्याओं को दूर करने का निर्देश दिया है.