28 जनवरी को झारखंड में JSSC CGL की परीक्षा का आयोजन किया गया. इस परीक्षा में पेपर 3 का प्रश्न पत्र वायरल हो गया, इसके बाद झारखंड में एक नया विवाद शुरू हो गया. इस परीक्षा में पेपर लीक होने की खबरों ने पूर्व सीएम हेमंत सोरेन को भी अपनी चपेट में लिया है.
झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (जेएसएससी) के अध्यक्ष ने पेपर लीक के बाद बुधवार को अपना इस्तीफा दे दिया है. जेएसएससी के अध्यक्ष नीरज सिन्हा ने 21 फरवरी को अपना इस्तीफा पत्र राज्य के मुख्य सचिव को भेजा है, जिसमें उन्होंने व्यक्तिगत कारणों की वजह से अपने पद से इस्तीफा देने का जिक्र किया है.
झारखंड में हुई इस पेपर लीक के बाद पक्ष और विपक्ष दोनों आमने-सामने आ गए थे, जिसमें विपक्ष ने लगातार अध्यक्ष के इस्तीफे की मांग की थी. इधर परीक्षा प्रश्न पत्र लीक होने के बाद 4 फरवरी को परीक्षा को भी रद्द कर दिया गया था.
झारखंड विधानसभा के अवर सचिव समेत पांच लोगों की गिरफ्तारी
झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने परीक्षा पर बवाल होने के बाद एसआईटी का गठन कर मामले की जांच शुरु करवाई. इस मामले में अबतक झारखंड विधानसभा के अवर सचिव समेत पांच लोगों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है. पेपर लीक की इस घटना में झारखंड के अलावा बिहार कनेक्शन भी सामने आया है. पेपर लीक आरोप में आरोपी रिजवान की तलाश की जा रही है.
जेएसएससी आयोग ने इस मामले में अपने किसी भी अधिकारी और कर्मचारियों के शामिल होने की बात से साफ इनकार किया है.
आयोग के पूर्व अध्यक्ष नीरज सिन्हा भारतीय पुलिस सेवा के सेवानिवृत पदाधिकारी हैं. बीते साल 27 सितंबर को नीरज सिन्हा को जेएसएससी का अध्यक्ष पद सौपा गया था. अध्यक्ष के पहले नीरज सिन्हा झारखंड के डीजीपी भी रह चुके हैं.
नीरज सिन्हा के इस्तीफे के बाद जल संसाधन विभाग के सचिव प्रशांत कुमार को जेएसएससी का नया अध्यक्ष बनाया गया है. इसके अलावा प्रशांत कुमार वित्त सचिव के प्रभार का भी पद संभाल रहे हैं.