चाहे कहीं की भी सरकार हो अगर वह सही से काम नहीं कर रही है, तो उसे विरोध प्रदर्शन झेलना ही होगा. सरकार के साथ-साथ ही कई आयोग को भी अपने कामकाज की वजह से विरोध प्रदर्शन झेलना होता है. विरोध करने का तरीका आजकल सबसे ज्यादा प्रदर्शन के रूप में उभर कर सामने आ रहा है. कुछ भी होता है तो लोग सड़क जाम करते हैं, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाते हैं, विरोध में वह कई बार अपने आप को भी नुकसान पहुंचाने से नहीं चुकते.
झारखंड में शुक्रवार को झारखंड कर्मचारी चयन आयोग के खिलाफ छात्रों का गुस्सा प्रशासन को झेलना पड़ा. जेएसएससी के हजारों छात्रों ने रांची के नामकुम के जेएसएससी ऑफिस के बाहर भारी विद्रोह प्रदर्शन किया. जेएसएससी के छात्रों ने आयोग के काम करने के तरीके से नाराज होकर हाय-हाय के नारे लगाए. इस प्रदर्शन के लिए पूरे राज्य से बड़ी संख्या में जेएसएससी के छात्र कार्यालय के बाहर जुटे थे. इस दौरान जेएसएससी कार्यालय के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया था.
परीक्षा की नयी तारीख जारी
आक्रोशित छात्रों ने आरोप लगाया है कि जेएसएससी की नाकामी के कारण 8 साल बाद भी एक परीक्षा का आयोजन राज्य में नहीं हो पा रहा है. झारखंड में सामान्य स्नातक योग्यता धारी संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा 2023 का पिछले 8 सालों से आयोजन नहीं हुआ है. हर बार इस परीक्षा को लेकर नई तरीकों की घोषणा की जाती है और परीक्षा को टाल दिया जाता है. 2023 में भी यह परीक्षा को आयोजित करने के लिए तारीखों का ऐलान हुआ था, लेकिन इसे टालकर अगले साल के लिए किया गया. अगले साल 21 और 28 जनवरी को परीक्षा की नई तारीखों की घोषणा आयोग ने की.
प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि हर बार की तरह इस बार भी परीक्षा को टाल दिया जाएगा, क्योंकि उस समय किसी दूसरी परीक्षा का आयोजन राज्य में होने वाला है. इस साल 16 और 17 दिसम्बर को इस परीक्षा का आयोजन किया जाना था. लेकिन 11 दिसंबर को परीक्षा को स्थगित करने का आदेश जारी किया गया. बार-बार परीक्षा फॉर्म भरने और नई तारीखों के आने से यह छात्र पूरी तरह से परेशान और आक्रोश में भरे पड़े थे.
छात्र ने की आत्मदाह की कोशिश
2015 से हर साल जेएसएससी इस तरह कर रहा है जिस पर छात्रों ने पहले भी कई बार विरोध दर्ज कराया है. झारखंड स्टेट स्टूडेंट यूनियन के बैनर तले जेएसएससी कार्यालय का घेराव किया गया था. इस प्रदर्शन के दौरान एक छात्र ने अपने आप को आग के हवाले करने का भी प्रयास किया. अभ्यर्थी अपने साथ पेट्रोल लेकर पहुंचा था. आत्मदाह करने के प्रयास में पहले उसने अपने ऊपर पेट्रोल छिड़क लिया था. मौके पर मौजूद पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए अभ्यर्थी के कपड़े को उतरवाया और फिर उसे हिरासत में ले कर गई.
विरोध प्रदर्शन का अंत तब हुआ जब अंचलाधिकारी ने आयोग के अध्यक्ष से मुलाकात करने का आश्वासन छात्रों को दिया. प्रदर्शन में कई छात्रों ने उत्पाद सिपाही परीक्षा का आयोजन जनवरी महीने, लैब असिस्टेंट परीक्षा में रोल नंबर वाइज एक ही परीक्षा केंद्र चयनित करने और जेएसएससी की परीक्षाओं में स्थानीय भाषाओं को प्राथमिकता देने के लिए भी मांगों को रखा है.