बिहार को विशेष राज्य के दर्जा दिलाने की मांग कई सालों से उठ रही है. बिहार सीएम नीतीश कुमार ने राज्य को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए एनडीए सरकार के साथ रहते हुए पहले भी सिफारिशे लगाई थी. बाद में तेजस्वी यादव के साथ सरकार चलाने जाने के दौरान भी सीएम ने इस मांग को दोहराया था. एक बार फिर नीतीश कुमार एनडीए के साथ मिल गए हैं, ऐसे में इस मौके को जदयू गवाना नहीं चाहती है. बीते दिन ही जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में नीतीश कुमार के सामने पार्टी कार्यकर्ताओं ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने की मांग रखी थी, जो अब लोजपा प्रमुख चिराग पासवान के सामने भी खड़ी हुई है. चिराग पासवान ने भी इस मांग पर अपनी हामी भरी है.
रविवार को केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा कि भाजपा एनडीए में सबसे बड़ी पार्टी है. बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने की मांग लंबे समय से चली आ रही है. हम इस मांग को पीएम मोदी के सामने रखेंगे.
न्यूज़ एजेंसी ANI से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री पासवान ने कहा, यह कोई दबाव की राजनीति नहीं, बल्कि हमारी मांग रही है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए. बिहार की कौन सी पार्टी ऐसी मांग नहीं करेगी या इस मांग से सहमत नहीं होगी. हम पूरी तरह से इसके पक्ष में है. मौजूदा समय में हम एनडीए सरकार में है, भाजपा गठबंधन में सबसे बड़ी पार्टी है और पीएम मोदी हमारे नेता हैं जिन पर हम सभी को भरोसा है. अगर हम यह मांग उनके सामने नहीं रखेंगे तो किसके सामने रखेंगे.
चिराग पासवान ने आगे कहा कि हम लोग यह भी मानते हैं कि नीति आयोग के अधीन यह विषय आता है. पहले आयोग में कुछ ऐसे प्रावधान थे जिससे कुछ स्टेटस को विशेष राज्य का दर्जा मिल जाता था. नए प्रावधानों के अनुसार इसमें कुछ टेक्निकल इश्यू है, जिसका मिलकर हमें समाधान ढूंढना है.