5 फरवरी को झारखंड हाई कोर्ट ने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई की थी और ईडी को जवाब दाखिल करने का आदेश दिया था.
झारखंड हाईकोर्ट ने ईडी को 9 फरवरी तक अपना जवाब दाखिल करने को कहा था. आज ईडी के जवाब दायर करने का आखिरी दिन है. 31 जनवरी को ईडी ने बड़ी कार्यवाही करते हुए जमीन घोटाला मामले में पूर्व सीएम हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया था. हेमंत सोरेन ने अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई थी. याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने पहले हेमंत सोरेन को हाईकोर्ट जाने का निर्देश दिया था. सुप्रीम कोर्ट के इस निर्देश के बाद हेमंत सोरेन की ओर से हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई थी, जिस पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने ईडी से जवाब मांगा था.
हेमंत सोरेन की तरफ से कोर्ट में दायर याचिका में कहा गया है कि ईडी के अधिकारी उन शक्तियों का इस्तेमाल कर रहे हैं जो पीएमएलए 2002 में नहीं दी गई है. हेमंत सोरेन की याचिका में यह कहा गया है कि चुनाव को देखते हुए उन्हें निशाना बनाया जा रहा है. भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने उनके पिता के खिलाफ लोकपाल की अदालत में शिकायत की है. इस मामले में सीबीआई ने गलत जांच की है. सीबीआई की तरफ से अदालत में पेश किए गए जांच के तीन रिपोर्ट में गलती है. रिपोर्ट में जिन संपत्तियों को पारिवारिक संपत्ति बताया गया है, वह हमारी है ही नहीं.
मालूम हो कि हेमंत सोरेन अभी ईडी की हिरासत में है. 12 फरवरी को इस मामले में अगली सुनवाई होगी.
हेमंत सोरेन ने अपने गिरफ्तारी में राजभवन का भी हाथ बताया था, इसपर जवाब देते हुए झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने साफ तौर पर इंकार कर दिया है.