असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ने बिहार में होने वाले लोकसभा चुनाव के पहले अपने सीटों की दावेदारी पेश की है. 13 मार्च को AIMIM के बिहार प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने बिहार के 11 सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी बिहार के किशनगंज, कटिहार, अररिया, पूर्णिया, दरभंगा, भागलपुर, कराकट, बक्सर, गया, मुजफ्फरपुर और उजियारपुर से चुनाव लड़ेगी.
अख्तरुल ईमान ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि हम लोगों के बारे में कहा जाता था कि हम लोग सिर्फ कांग्रेस के खिलाफ उम्मीदवार उतारते हैं. लेकिन बिहार में भाजपा, जदयू, कांग्रेस के खिलाफ कैंडिडेट दे रहे हैं. जहां तक राजद की बात है तो उनके खिलाफ भी चुनाव लड़ेंगे, लेकिन अभी तो लोकसभा में उनके एक भी सांसद बिहार से नहीं है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि दलित मुसलमानों का सिर्फ हमेशा वोट बिहार की पार्टियों ने लिया है, उनका शोषण किया गया है. सेकुलरिज्म के नाम पर दलित मुसलमान की हिस्सेदारी कभी नहीं की गई है.
किशनगंज जिले में 67 फीसदी मुस्लिम वोटर
AIMIM ने दरभंगा, भागलपुर, कराकट, बक्सर, गया, मुजफ्फरपुर को खासकर चुना है. दरअसल इन सभी सीटों पर बड़ी संख्या में मुसलमान आबादी है. किशनगंज जिले में 67 फीसदी मुस्लिम वोटर है, कटिहार में 38 फीसदी, अररिया में 32 फीसदी, पूर्णिया में 30 फीसदी मुस्लिम वोटर हैं.
पार्टी प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पिछले 1 साल में दो बार बिहार दौरा कर सिमांचल की सीटों को साध चुके हैं. ओवैसी ने लोकसभा चुनाव के पहले सीमांचल के छह विधानसभा में घूम-घूम कर सभाएं की. एक महीने पहले भी वह पूर्णिया में सभा के लिए पहुंचे थे, जिसमें उन्होंने पार्टी की तरफ से प्रत्याशियों की घोषणा कर दी थी.
आज 11 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद जल्द ही 9 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा पार्टी कर देगी. किशनगंज से लोकसभा सीट पर अख्तरुल ईमान को चुनाव की जिम्मेदारी दी गई है. कटिहार से आदिल हसन को प्रत्याशी बनाया गया है.
2020 के विधानसभा चुनाव में AIMIM पार्टी की ताकत बिहार में देखने को मिली थी. विधानसभा चुनाव में पार्टी के पांच उम्मीदवार विधानसभा पहुंचे थे. जिसमें से चार को राजद पार्टी ने अपने में शामिल कर लिया था.