19 अप्रैल को देशभर के 102 लोकसभा सीटों के लिए पहले चरण में वोटिंग होगी. पहले चरण के चुनाव से पहले इन सीटों पर चुनाव प्रचार बुधवार शाम 6 बजे से ही थम चुका है. चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंकने के बाद अब उम्मीदवारों की किस्मत जनता के हाथों में है. देश में सात चरणों में लोकसभा चुनाव को आयोजित कराया जा रहा है, जिसमें पहले चरण में देशभर के 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में वोटिंग होगी.
पहले चरण में अंडमान निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, जम्मू कश्मीर, छत्तीसगढ़, मिजोरम, नागालैंड, पुडुचेरी, सिक्किम के एक-एक सीट पर वोटिंग होगी. इसके अलावा मेघालय, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश, असम, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, जयपुर, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु सीटों पर वोटिंग होगी.
जमुई और गया दो हॉट सीट
बिहार के भी चार सीटों पर पहले चरण में 19 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे, जिसमें जमुई, औरंगाबाद, गया और नवादा सीटों पर कल वोटिंग होगी. बिहार के इन चार सीटों में से दो सीट हॉट बनी हुई है. जिसमें पहली सीट जमुई और दूसरी गया है. जमुई सीट से लोजपा(रा) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने अपने बहनोई को उम्मीदवार बनाया है. इस नए चेहरे पर जमुई की जनता कितना विश्वास जताती है यह देखना होगा. चिराग पासवान के बहनोई के लिए वोट मांगने खुद पीएम मोदी जमुई आए थे. इसके अलावा गया सीट पर भी पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के लिए पीएम ने चुनावी सभा को संबोधित किया था.
शुक्रवार की सुबह 7:00 से शाम के 5:00 तक इन कर जिलों में वोटिंग होगी. जिसमें कुल 39,63,223 पुरुष ओर 36,38,151 महिला वोट देने जाएंगे. इसके साथ ही 255 थर्ड जेंडर मतदाता भी कल 7,903 मतदान केन्द्रों पर वोटिंग करेंगे.
गया और जमुई शेड्यूल कास्ट के लिए सुरक्षित सीट है, जहां से इस बार जमुई में अरुण भारती (लोजपा(रा)) बनाम अर्चना रविदास (राजद) का मुकाबला होगा .तो वहीं गया में जीतन राम मांझी (हम) और (राजद) उम्मीदवार कुमार सरबजीत का मुकाबला होगा.
दो सामान्य सीट औरंगाबाद और नवादा में भी कल वोटिंग होगी, जिसमें औरंगाबाद से सुशील सिंह (भाजपा) बनाम अभय कुशवाहा (राजद) और नवादा में विवेक ठाकुर (भाजपा) बनाम श्रवण कुशवाहा (राजद) का कल मुकाबला होगा.
पहले चरण के चुनाव के लिए बिहार में अर्धसैनिक बलों की 153 कंपनियों को तैनात किया गया है. चुनाव आयोग के मुताबिक तीन लेयर में सुरक्षा व्यवस्था तैनात की जाएगी. नक्सल प्रभावित केन्द्रों पर विशेष सुरक्षा व्यवस्था रखी जाएगी.