मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गृह जिला नालंदा जहां सातवें चरण में वोटिंग होनी है. 1 जून को सीएम के जिले में वोटिंग होगी. यह जिला सीएम नीतीश के अलावा ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, सामाजिक और प्राकृतिक नजरिए से भी काफी गौरवशाली रहा है. नालंदा का इतिहास पूरे विश्वभर में प्रसिद्ध है. कभी नालंदा विश्वविद्यालय की वजह से मशहूर नालंदा आज भी विश्वविद्यालय के खंडहर को संजोए रखने की वजह से एक खास पहचान रखता है.
सीएम का गृह जिला
नालंदा लोकसभा सीट पर जॉर्ज फर्नांडिस के राजनीतिक इतिहास के बाद नीतीश कुमार ने अपना परचम लहराया. नीतीश कुमार 2004 में यहां से सांसद बने और उसके बाद से ही नालंदा लगातार जदयू के खाते में बनी रही.
नालंदा का नाम लेते ही नीतीश कुमार के नाम की चर्चा होती है. अपने गृह जिले में रोपवे, ग्लास ब्रिज, अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय, इंजीनियरिंग कॉलेज जैसे कई ड्रीम प्रोजेक्ट्स को धरातल पर उतारने के बाद नालंदा की जनता ने जदयू से अपना मोंह भंग नहीं किया.
नालंदा लोकसभा सीट पर 1952 से 1971 के चुनाव तक कांग्रेस का कब्जा बना रहा. इसके बाद 1977 में जनता पार्टी की सरकार नालंदा में बनी. 1980 और 1984 के चुनाव में सीपीआई की सरकार भी नालंदा में बनी, 1989 में कांग्रेस की फिर से यहां पर वापसी हुई, जबकि 1991 में फिर से सीपीआई की सरकार नालंदा में चुनी गई. इसके बाद 1996 से 1999 नालंदा की जनता का भरोसा समता पार्टी ने जीता और उसके बाद से लगातार जदयू यहां बनी हुई है.
2019 के चुनाव में जदयू उम्मीदवार कौशलेंद्र कुमार ने हम के उम्मीदवार को नालंदा सीट पर करीब ढाई लाख वोटों से हराया था. पिछले चुनाव में जदयू उम्मीदवार को 5,40,888 वोट मिले थेम, जबकि हम उम्मीदवार अशोक कुमार आजाद को 2,84,751 वोट मिले थे.
कुर्मी वोटरों की तादाद ज्यादा
बिहार सीएम नीतीश कुमार कुर्मी जाति से आते हैं. नालंदा में भी कुर्मी वोटरों की संख्या सबसे ज्यादा कहीं जाती है. जदयू का कोर वोट बैंक माने जाने वाले इस जिले में कुर्मी के अलावा यादव, पासवान, मुस्लिम वोटरों के भी काफी बड़ी संख्या है. नालंदा में कुर्मी वोटर की संख्या 24% है यानी करीब नालंदा में चार लाख 50 हजार कुर्मी वोटर है. इसके बाद यादव मतदाताओं की संख्या 15% यानी 3 लाख 35 हजार यादव मतदाता नालंदा में है. और मुस्लिम मतदाता 10% है, यानि 2 लाख. इसके अलावा 1 लाख 85 हजार बनिया मतदाता भी जिले में मौजूद है. पासवान मतदाताओं की संख्या नालंदा में 1 लाख 35 हजार है.
नालंदा लोकसभा में 22 लाख 72 हजार 519 मतदाता हैं, जिनमें 11 लाख 87 हजार 876 पुरुष, 1 लाख 84 हजार 572 महिला मतदाता है. थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या नालंदा लोकसभा क्षेत्र में 71 है.