लोकसभा चुनाव 2024 में बिहार की खगड़िया सीट लोजपा(रा) के खाते में गई है. गठबंधन ने फैसला लिया कि इस बार खगड़िया का जिम्मा फिर से लोजपा के उम्मीदवार को दिया जाए.
2019 के लोकसभा चुनाव में लोजपा के ही उम्मीदवार महबूब अली कैसर ने यहां से जीत हासिल की थी. इस सीट पर विकासशील इंसान पार्टी के मुकेश सहनी को पिछले चुनाव में अली कैसर ने तीन लाख से ज्यादा वोटों से हराया था. पिछले आम चुनाव में महबूब अली कैसर को खगड़िया सीट पर 5,10,193 वोट हासिल हुए थे. वहीं मुकेश सहनी को 2,61,623 वोट मिले थे. नोटा पर पिछले चुनाव में 7,596 वोट पड़े थे. हालांकि पिछले चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार की भी इस सीट पर अच्छी पकड़ रही थी. पिछले चुनाव में निर्दलीयों प्रत्याशी प्रियदर्शी दिनकर को 51,847 वोट मिले थे.
इस बार खगड़िया सीट से कौन जीतेगा?
इस बार के चुनाव में खगड़िया सीट से 20 उम्मीदवार मैदान में हैं. 1957 में अस्तित्व में आया यह सीट पहले कांग्रेस के पकड़ में था. पहले दो चुनाव में जियालाल मंडल ने खगड़िया सीट पर जीत हासिल की थी. यादव बाहुल्य सीट पर 1967 और 1971 के चुनाव में संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी में जीत हासिल की. इसके बाद 1977 में जनता पार्टी की खगड़िया में एंट्री हुई. 1980 और 1984 के चुनाव में फिर से कांग्रेस की सरकार बनी, इसके बाद लगातार तीन चुनाव में जनता दल का यहां कब्जा रहा था.
1998 के चुनाव में समता पार्टी की खगड़िया में जीत हुई. 1999 में जनता दल यूनाइटेड, 2004 में राष्ट्रीय जनता दल, 2009 में फिर से जनता दल यूनाइटेड और पिछले दो आम चुनाव में लगातार लोग जनशक्ति पार्टी का यहां कब्ज़ा जमाए हुए है.
खगड़िया लोकसभा सीट से CPI(M) ने भी कई बार अपनी किस्मत आजमाई है, लेकिन अब तक एक बार भी पार्टी को जीत हासिल नहीं हुई है. इस बार फिर से CPI(M) यहां अपनी किस्मत आजमाएगी. महागठबंधन से CPI(M) के प्रत्याशी संजय कुमार कुशवाहा इस सीट पर चुनाव लड़ेंगे.
बात करे यहां के जातीय वोटरों की तो, खगड़िया सीट पर यादव मतदाताओं की संख्या 3.5 लाख है. मुस्लिम वोटर भी इस सीट पर 1.5 लाख के करीब है. निषाद वोटर खगड़िया में 1.5 लाख के करीब है और पासवान वोटर्स 1.5 लाख है.
खगड़िया लोकसभा सीट पर पुरुष वोटरों की संख्या 8,83,786 और महिला वोटरों की संख्या 7,83,100 है. थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या यहां 35 है.