जिस सारण सीट से कभी राजद सुप्रीमो लालू यादव चुनाव जीत कर संसद पहुंचे थे, उसी सीट से उन्होंने अपनी दूसरी बेटी रोहिणी आचार्य को टिकट थमाया है. इस चुनाव में रोहिणी आचार्य सारण के लिए मुख्य दावेदार बनी हुई है. सारण की जनता को लुभाने के लिए रोहिणी अपने माता-पिता से आशीर्वाद लेकर चुनावी जनसभा में उतर चुकी है.
इस चुनाव में रोहिणी आचार्य भाजपा के उम्मीदवार राजीव प्रताप रूडी को हराने के लिए तैयारी कर रही हैं. पिछले चुनाव में रूडी ने इस सीट से लालू प्रसाद यादव के समधि चंद्रिका राय को हराया था. इसी सीट पर रोहिणी आचार्य के पिता लालू यादव और मां राबड़ी देवी ने भी चुनाव लड़ा था, जिसमें लालू यादव की जीत हुई थी तो वही राबड़ी देवी हार गई थी.
सारण लोकसभा क्षेत्र पहले छपरा लोकसभा क्षेत्र के अंदर था, 2008 के परिसीमन के बाद सारण अलग संसदीय क्षेत्र बना. सारण में अब तक मात्र तीन बार चुनाव हुए हैं, जिसमें पहले ही चुनाव 2009 में लालू प्रसाद यादव ने यहां से जीत हासिल की थी. जिसके बाद लगातार दो चुनाव में भाजपा की लहर यहां देखने मिली. 2014 और 2019 के आम चुनाव में राजीव प्रताप रूडी का सारण पर कब्जा रहा.
BJP और RJD के बीच कांटे की टक्कर
पिछले आम चुनाव में भाजपा उम्मीदवार रूडी ने 1 लाख से ज्यादा वोटों से राजद को हराया था. 2019 चुनाव में राजीव प्रताप रूडी को 4,99,342 वोट मिले थे, वही चंद्रिका राय को 3,60,913 वोट मिले थे. 2014 के चुनाव में भाजपा और राजद के बीच कांटे की टक्कर देखी गई थी. उस चुनाव में रूडी को 3,55,120 वोट मिले थे राबड़ी देवी को 3,14,172 वोट मिले थे.
इसके अलावा पहले चुनाव में भी भाजपा और राजद के बीच में कांटे की टक्कर हुई थी. 2009 के चुनाव में लालू यादव को 2,74,209 वोट मिले थे और रूडी को इस चुनाव में 2,22,394 वोट मिले थे.
सारण लोकसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 16,67,253 है, जिसमें से पुरुष मतदाताओं की संख्या 8,96,700 और महिला मतदाताओं की संख्या 7,70,526 है. सारण को यादवों का बड़ा गढ़ माना जाता है, यहां साढ़े 4 लाख के करीब यादव मतदाता हैं. इसके बाद 3 लाख बनिया, 1.5 लाख राजपूत, 1 लाख ब्राह्मण और भूमिहार मतदाता है. वहीं सारण में 2.50 लाख मुस्लिम मतदाता है.
इस आम चुनाव में सारण में सब की नजर बिहार की बेटी और सिंगापुर की बहू पर टिकी हुई है. सारण जीतने के लिए रैलियों मैं आशीर्वाद लेते हुए लालू यादव की बेटी खूब सुर्खियां बटोर रही है.
बिहार की राजनीति में आने से पहले भी उन्होंने अपने पिता को किडनी देकर सुर्खियां बटोरी थी. लालू यादव के रोहिणी आचार्य को टिकट देने पर बिहार में सियासत भी काफी गरमाई थी. बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने लालू यादव पर किडनी के बदले टिकट देने का बयान दिया था.