बुधवार से बिहार के करीब 236 बालू घाटों से खनन और बिक्री शुरू हो जाएगी. खान एवं भूतत्व विभाग ने इसकी पूरी तैयारी कर ली है. राज्य में बालू खनन के निर्देश के साथ ही अवैध खनन को रोकने की भी तैयारी पहले से ही की गई है. बालू घाटों की चौहद्दी तय की जा रही है ताकि अवैध खनन की वास्तविकता का पता चल सके. फिलहाल एनजीटी के निर्देश पर 15 जून से 15 अक्टूबर तक बालू खनन को बंद किया गया है. 15 जून को बालू खनन बंद होने से पहले राज्य में करीब 152 घाटों से बालू खनन हो रहा था. 16 अक्टूबर से बालू खनन फिर से शुरू होने पर घाटों की संख्या में करीब 55 फीसदी इजाफा हो सकता है.
उपमुख्यमंत्री सह खान एवं भू तत्व मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने बालू खनन शुरू करने के संबंध में निर्देश दे दिया है. बालू खनन की समीक्षा बैठक के दौरान विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि प्रदेश में सभी बालू घाटों की ड्रोने से निगरानी की जाएगी. खनन को लेकर सभी घाटों और जिला कार्यालयों में बैनर लगाया जाएगा. साथ ही जिन घाटों की बंदोबस्ती नहीं की गई है वहां भी सूचना चस्पा किया जाएगा. अवैध खनन की सूचना देने वालों की गोपनीयता को बरकरार रखते हुए उन्हें सम्मानित किया जाएगा.
बता दें कि अवैध खनन पर रोक लगाने के लिए हर जिले में एक कंट्रोल एंड कमांड सेंटर भी बनाने के निर्देश दिए गए हैं. क्षेत्रीय पदाधिकारी को अपने-अपने जिलों में डीएम से कंट्रोल एंड कमांड सेंटर के लिए समन्वय करने का निर्देश दिया गया है. अब बालू घाट खुलने से बालू के दामों में भी कमी होने की उम्मीद है.