झारखंड के 16वें चीफ जस्टिस के रूप में एमएस रामचंद्र राव ने शपथ ली है. बुधवार को राज्यपाल संतोष गंगवार ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. हिमाचल प्रदेश के पूर्व चीफ जस्टिस एमएस रामचंद्र अब झारखंड के चीफ जस्टिस बने हैं. शनिवार को ही केंद्र सरकार ने झारखंड हाईकोर्ट के नए चीफ जस्टिस के रूप में उनके नियुक्ति की अधिसूचना जारी कर दी थी. झारखंड में पिछले साल 19 दिसंबर से ही चीफ जस्टिस का पद खाली था. मौजूदा समय में जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद एक्टिंग चीफ जस्टिस के रूप में कार्यरत थे.
आज राजभवन के शपथ समारोह कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनके मंत्रिमंडल के कई सहयोगी, न्यायाधीश और वरिष्ठ सरकारी अधिकारी भी मौजूद रहें.
न्यायमूर्ति रामचंद्र राव का पूरा परिवार न्याय क्षेत्र से जुड़ा हुआ है. इनके पिता न्यायमूर्ति एम जगन्नाथ राव सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश रह चुके हैं. दादा आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीश थे. न्यायमूर्ति राव ने 1989 में यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ़ लॉ, ओसमानिया यूनिवर्सिटी हैदराबाद से लाॅ की पढ़ाई की है, जिसमें उन्होंने गोल्ड मेडल हासिल किया. लॉ की पढ़ाई से पहले उस्मानिया यूनिवर्सिटी में ही उन्होंने बीएससी ऑनर्स मैथ्स की पढ़ाई की थी. पढ़ाई पूरी करने के बाद 1991 में उन्होंने कैंब्रिज यूनिवर्सिटी से एलएलएम की डिग्री हासिल की.
न्यायमूर्ति रामचंद्र राव को साल 2012 में 29 जून को आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में प्रमोट किया गया. इसके बाद वह 2021 में तेलंगाना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश बने थे.