झारखंड चुनाव में अब नमाज और हनुमान चालीसा मुद्दा बन गया है. झारखंड चुनाव के लिए भाजपा सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा पहले से ही झामुमो, राजद और कांग्रेस की गठबंधन की सरकार को आदिवासी विरोधी और सनातन का दुश्मन बताते आ रहे हैं. सरमा ने अपने हमलों को और तेज करते हुए झारखंड के स्कूलों में शुक्रवार को छुट्टी देने वाले पुराने फैसले का मुद्दा उठाया है. उन्होंने इसके संबंध में झारखंड सरकार को खरीखोटी सुना दी है. दुमका में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए असम सीएम ने कहा कि मैं हेमंत सोरेन से पूछना चाहता हूं, अगर आप उनके लिए शुक्रवार को स्कूल बंद करते हैं तो हमारे बच्चों के लिए भगवान हनुमान की प्रार्थना करने के लिए मंगलवार को स्कूल क्यों नहीं बंद करते.
उन्होंने आगे कहा कि स्कूल कब बंद होते हैं, रविवार को शुक्रवार को कहां बंद होता है. मैं झारखंड के मुख्यमंत्री से पूछना चाहता हूं अगर आप उनके लिए शुक्रवार को छुट्टी दे सकते हैं, तो हमारे बच्चों के लिए तो मंगलवार को स्कूल बंद करो.
दरअसल 2023 में अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्र जामताड़ा जिले के 43 सरकारी स्कूलों ने अपने साप्ताहिक छुट्टी को रविवार को खत्म कर शुक्रवार को कर दिया था. हालांकि बाद में इस फैसले को खारिज कर रविवार की आधिकारिक छुट्टी लागू हुई थी. मामले को असम सीएम से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उठाते हुए इसे सांप्रदायिक ध्रुवीकरण का जननी बताया था.