नीट यूजी पेपर लीक मामले में सीबीआई ने अपनी पहली चार्जशीट दाखिल की है. सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में कुल 13 लोगों को आरोपी बनाया है. पटना सीबीआई की विशेष न्यायाधीश दंडाधिकारी रिंकू कुमारी की अदालत में सीबीआई ने आरोप पत्र दायर किया है. जिसमें नीतीश कुमार, अमित आनंद, सिकंदर यादुवेंदु, आशुतोष कुमार-एक, आशुतोष कुमार-दो, रोशन कुमार, अनुराग यादव, अभिषेक कुमार, अखिलेश कुमार, अवधेश कुमार, शिवनंदन कुमार और आयुष राज का नाम शामिल है.
इनमें से चार आरोपी अनुराग यादव, शिवनंदन, अभिषेक और आयुष राज नीट के अभ्यर्थी रहे हैं. एक आरोपी अखिलेश कुमार अभ्यर्थी आयुष राज का पिता है. सिकंदर बुडको का निलंबित इंजीनियर है, जिसने अभ्यर्थियों को जुटाने का काम किया था. मनीष कुमार और आशुतोष कुमार ने पटना के खेमनीचक में मकान की व्यवस्था की थी, जहां अभ्यर्थियों को नीट के उत्तर रटवाए गए थे.
इन सभी तेरह आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 120 बी, 201, 409, 380, 411, 420 और 109 के तहत मामला दर्ज किया गया है. चार्जशीट में शामिल अधिकतर आरोपियों को पटना पुलिस ने ही गिरफ्तार किया था. बाद में जांच सीबीआई के हाथों में चली गई और आरोपियों के खिलाफ अलग-अलग मामला दर्ज किया गया.
नीट यूजी पेपर लीक मामले में अब तक सीबीआई ने 40 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनमें से बिहार पुलिस ने 15 गिरफ्तारियां भी की है. मालूम हो कि नीट यूजी की परीक्षा 5 मई को देशभर के 571 शहरों में आयोजित कराई गई थी. परीक्षा के लिए पूरे देशभर में 4,750 केंद्र बनाए गए थे. परीक्षा खत्म होने के बाद इसमें धांधली का आरोप लगा था. 23 जून को पेपर लीक जांच सीबीआई को ट्रांसफर की गई थी. सीबीआई ने आरोपियों के खिलाफ साबूज इकठ्ठा करने के लिए फोरेंसिक तकनीक, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, सीसीटीवी फुटेज, टावर लोकेशन इत्यादि का इस्तेमाल किया था. अब भी सीबीआई अन्य आरोपी और संदिग्धों के खिलाफ कई पहलुओं पर जांच कर रही है.
इधर पेपर लीक की जांच के बीच नीट काउंसलिंग की तारीख को जारी किया गया है. नीट यूजी की काउंसलिंग 14 अगस्त से शुरू होगी और इसके रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया अगस्त के पहले हफ्ते में शुरू हो गई है. इस काउंसलिंग के जरिए देशभर के 710 मेडिकल कॉलेज की लगभग 1.10 लाख सीट को भरा जाएगा.