बिहार में किसी भी परीक्षा का आयोजन होता है तो सबसे पहले इस बात का डर रहता है कि कहीं इस परीक्षा का पेपर लीक ना हो जाए. एक अभ्यर्थी महीनों मेहनत कर किसी परीक्षा की तैयारी करता है, परीक्षा देकर लौटता है तो पता लगता है कि उस परीक्षा का पहले से ही सौदा हो चुका था. इससे परीक्षार्थियों के मनोबल पर बुरा प्रभाव पड़ता है. ऐसा ही एक मामला फिरसे बिहार में फिर से देखने को मिला है.
देश की सबसे बड़ी प्रवेश परीक्षा में से एक NEET-UG की परीक्षा का आयोजन बड़े पैमाने पर हर साल होता है. रविवार को भी देशभर में NEET-UG 2024 के परीक्षा का आयोजन हुआ था, जिसमें पेपर लीक होने की सूचना मिल रही है. बिहार की राजधानी पटना में NEET-UG का पेपर लीक होने की सूचना के बाद FIR दर्ज किया गया है. इसके बाद पटना पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर ही कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू किया है. हिरासत में लिए गए लोगों में NEET के परीक्षार्थी थी शामिल है. पटना पुलिस ने इस मामले में रविवार को ही छापेमारी शुरू की थी, जो सोमवार को भी जारी है. देर रात तक के छापेमारी के बाद पुलिस को कुछ क्लू हाथ लगे हैं.
एसएसपी ने की छापेमारी की पुष्टि
एसएसपी राजीव मिश्रा ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी के बात की पुष्टि की. राजीव मिश्रा ने कहा कि पेपर लीक की जांच चल रही है और जांच के बाद बताया जाएगा कि सही में पेपर लीक हुआ है. पकड़े गए लोगों से पूछताछ जारी है और उनसे कई नाम भी सामने आ रहे है. पटना के कई सेंटरों पर सॉल्वर भी बिठाए गए थे, जिनके पास पहले क्वेश्चन पेपर होने की जानकारी भी मिल रही है. पुलिस ने इस मामले में बिहार झारखंड और राजस्थान से भी 14 सॉल्वर गैंग को गिरफ्तार किया है. खबरों के मुताबिक सॉल्वर गैंग ने 20 लाख प्रश्न पत्र हल करने के लिए डील फाइनल की थी.
NTA की प्रतिक्रिया
इन सब खबरों के बाद नेशनल टेस्टिंग एजेंसी(NTA) ने पेपर लीक के खबरों का खंडन किया है. NTA ने कहा कि राजस्थान के सवाई माधोपुर के एक परीक्षा केंद्र पर हिंदी माध्यम के छात्रों ने शिकायत की है कि उन्हें अंग्रेजी मीडियम के पत्र दिए गए हैं. गलत प्रश्न पत्र वितरण के मामले को NTA ने स्वीकार किया है और पेपर लीक की खबरों को पूरी तरह से झूठ और निराधार बताया है.
मालूम हो कि रविवार को देश के 571 शहरों में NEET-UG की परीक्षा का आयोजन किया गया था. इसके लिए देशभर में 4750 केंद्र बनाए गए थे. इस परीक्षा में करीब 24 लाख छात्र शामिल हुए थे. पटना में भी 68 परीक्षा केंद्र NEET की परीक्षा के लिए बनाए गए थे.