एशिया का सबसे अमीर अंबानी परिवार अपने घर के सेलिब्रेशन के समय हर मीडिया चैनल पर छा जाता है. सोशल मीडिया हो या फिर टेलीविजन मीडिया अंबानी परिवार की शादियां और पारिवारिक सेलिब्रेशन मेन हैडलाइन के तौर पर नजर आने लगते हैं. लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण के दौरान भी अंबानी परिवार में सेलिब्रेशन का माहौल चल रहा है. अंबानी परिवार के छोटे बेटे की प्री वेडिंग सेरेमनी 29 मई से लग्जरी क्रूज पर आयोजित की गई है, जो 1 जून तक चलेगी. इसी बीच पीएम मोदी भी अपने चुनाव प्रचार को खत्म कर ध्यान मुद्रा में लीन हो गए हैं. पीएम मोदी कन्याकुमारी के स्वामी विवेकानंद रॉक मेमोरियल में 45 घंटे के लिए मौन व्रत धारण कर ध्यान कर रहे हैं. पीएम भी 1 जून तक ध्यान मुद्रा में लीन रहेंगे. आमतौर पर अंबानी परिवार के हर पार्टी और सेलिब्रेशन को सुर्खियों में बनाने वाला यह मीडिया फिलहाल पीएम मोदी की ध्यान डॉक्युमेंट्री परोस रहा है.
एशिया के सबसे अमीर परिवार की पोती का बर्थडे
हालांकि अभी भी कई बड़े मीडिया चैनल हैं जो बारीकी से अंबानी परिवार की हर अपडेट को साझा कर रहे हैं. बड़े मीडिया चैनल यह भी बता रहे है कि एशिया के सबसे अमीर परिवार की पोती का पहला बर्थडे कैसे मनाया जा रहा है. प्री वेडिंग के साथ क्रूज पर बर्थडे की क्या तैयारियां हैं. बर्थडे से लेकर प्री वेडिंग तक के मेन्यू की हर खबर बड़े मीडिया चैनल जुटा चुके हैं. माल्टा में हो रहे सेलिब्रेशन की “एक्सक्लूसिव तस्वीर” हैडलाइन में लगाकर खबरों को बेच रहे हैं.
इसके साथ ही बड़े चैनल्स और न्यूज़ एजेंसी पीएम के ध्यान की अलग-अलग एंगल की तस्वीर और वीडियो साझा किया जा रहे हैं. एक प्रतिष्ठित न्यूज़ एजेंसी पीएम के ध्यान को लाइव एडिट कर चला रहा है. अब ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि पीएम ने अपनी चुप्पी से अपने करीबी कहे जाने वाले अंबानी परिवार की क्रूज पार्टी के शोर को शांत करा दिया है. पीएम मोदी आज शाम ध्यान मुद्रा से बाहर आएंगे तो इधर क्रूज पार्टी का शोर भी आज शाम थम जाएगा और चुनावी नतीजे के शोर की शुरुआत होगी.
4 जून को चुनावी नतीजे आएंगे, कुछ दिनों तक डिबेट का सिलसिला चलेगा और एकबार फिर अंबानी परिवार की शादी न्यूज़ चैनल पर ब्रॉडकास्ट की जाएगी. दरअसल जुलाई में अनंत अंबानी और राधिका मरचेंट की शादी होनी है, जिसमें एक बार फिर देश का जिम्मेदार मीडिया इसकी खबर "एक्सक्लूसिव तस्वीर", "एक्सक्लूसिव गॉसिप", "एक्सक्लूसिव गेस्ट लिस्ट" कर चलाएगा.
देश की मीडिया को जिन काम मुद्दों और दिक्कतों को सरकार के सामने पेश करने के लिए बनाया गया था वह आज के दौर में बस चमक-धमक वाली खबरों तक ही सीमित रह गई है. देश के चौथे पिलर को आमजन की मुसीबतों से कोई लेना-देना नहीं है. चैनल को बस मसाला परोसना है. कहीं ना कहीं इसमें हम जैसों की भी गलती है जो इन चैनल को देखना और उस पर बात करना पसंद करते हैं. आज के युवाओं को जितनी दिलचस्पी अंबानी परिवार की पार्टियों में है, उतनी अगर सरकार के काम-काज और आलोचना में होती तो मजबूरन मीडिया को भी असल मुद्दों की खबर चैनलों पर चलानी पड़ती.