बिहार के सीएम नीतीश कुमार जिस सरकारी गाड़ी से घूमते हैं, वह नियमों का उल्लंघन करते हुए पाई गई. सीएम की गाड़ी जिसका नंबर BR01CL0077 है, उसका पॉल्यूशन सर्टिफिकेट फेल पाया गया है. इस गाड़ी का सर्टिफिकेट 4 अगस्त 2024 को ही फेल हो चुका है. मगर फिर भी यह सड़क पर दौड़ रही है. इस पूरे मामले का खुलासा मंगलवार को हुआ, जब सीएम रोहतास जिले के करहर प्रखंड के कुसही बेतिया गांव में डीएम दिनेश कुमार राय के पिता की पुण्यतिथि में शामिल होने पहुंचे थे. इस दौरान ही सीएम की सरकारी गाड़ी का रोहतास जाते समय टोल कटा.
यूं तो अक्सर सीएम अपनी गाड़ी से ही सफर करते हैं. मगर इस वक्त वह अपनी गाड़ी में मौजूद नहीं थे. गाड़ी का पॉल्यूशन फेल होने के बाद सीएम के खिलाफ विपक्षी पार्टी राजद हमलावर नजर आ रही है. राजद नेता विमल कुमार ने सीएम को घेरते हुए कहा कि यह दुर्भाग्य है कि मुख्यमंत्री की अपनी गाड़ी का पॉल्यूशन फेल है. जबकि वह आम जनता पर बेवजह जुर्माना लगवाकर अत्याचार करवा रहे हैं. राज्य के कई मंत्रियों की सरकारी गाड़ियों के कागजात भी अधूरे मिलेंगे. यह सुशासन के दावों की पोल खोलता है
हालांकि यह पहली बार नहीं है जब बिहार के सीएम की गाड़ी नियमों का उल्लंघन करते हुए पाई गई है. इसके पहले इसी साल इस गाड़ी का सीट बेल्ट ना लगाने पर 1000 रुपए का चालान कट गया था. लेकिन अब तक यह जुर्माना जमा नहीं किया गया है.
ऐसे में सवाल उठता है कि जिस व्यक्ति के हाथ में एक पूरे राज्य के कानून व्यवस्था की भी जिम्मेदारी है, उसकी स्वयं की गाड़ी नियमों की उलंघन की जिम्मेदार है. इतना ही नहीं नियमों की अनदेखी और जुर्माना न चुकाने का भी गंभीर आरोप बिहार सीएम पर है.