बिहार में जहरीली शराब कांड को लेकर सियासत चल रही है. जहरीली शराब के कारण अब तक तीन दर्जन से अधिक मौतें राज्य में हो चुकी है. छपरा, सीवान और सारण जिले में इन मौत के बाद बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला. पूर्णिया सांसद पप्पू यादव भी जहरीली शराब से हुई मौत को लेकर गंभीर नजर आ रहे हैं. शुक्रवार को ही वह पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंचे थे, जहां उन्होंने मृतकों के परिजनों से मिलकर 10- 10 हजार रुपए की आर्थिक मदद की. इस दौरान उन्होंने कहा कि जो लोग नफरत फैला रहे हैं और जाति को गाली दे रहे हैं, उनसे मेरा यह आग्रह है कि त्रिशूल और जाति को गाली देना बंद करें. यह बिहार है, सबको सिखा देता है.
पप्पू यादव ने आगे कहा कि जिस दिन मैं सत्ता में आ गया उस दिन जाति को गाली देने वालों की राजनीति नहीं करने दूंगा. ना उनको कभी टिकट दूंगा और ऐसा कानून लगाऊंगा की कोई भी दल वैसे लोगों को टिकट न दे सके.
सांसद पप्पू यादव ने आगे कहा कि जहरीली शराब से हुई मौत की घटना बेहद दुखद है. यह मौत नहीं, बल्कि हत्या है. इस हत्या में जो भी शामिल है उनके खिलाफ केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना के तर्ज पर कानूनी कार्रवाई कर आजीवन कारावास का प्रावधान लाया जाए. पहले भी इस तरह की घटनाओं का केस कमजोर किया जा चुका है और इसके पहले भी घटनाओं में शामिल होने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई है. ना किसी पदाधिकारी पर, ना एक्साइज, ना बेचने और ना ही बनाने वालों पर. पप्पू यादव ने सरकार से मांग की है कि शराब बेचने और बनाने वालों को आजीवन कारावास की सजा का प्रावधान शामिल किया जाए. इन्हें कभी जमानत ना मिले, ऐसी घटनाओं से जुड़े जिम्मेदार पदाधिकारियों को नौकरी से बर्खास्त किया जाए और उनपर हत्या का केस दर्ज हो.
उन्होंने यह भी कहा कि लोग शराब पीकर नहीं बल्कि जहरीली शराब पीकर मर रहे हैं. जिस दिन मैं सत्ता में आऊंगा एक छटांक भी जहरीली शराब नहीं बनने दूंगा. जिस इलाके में इस तरह की घटनाएं होती हैं उस इलाके के पदाधिकारियों को 48 घंटे के अंदर बर्खास्त करूंगा.
राज्य के नेताओं पर शराब पीने को लेकर पप्पू यादव ने कहा कि बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा अपने दिल पर हाथ रखकर कहें कि एक दो प्रतिशत नेताओं को छोड़कर 98% नेता देश-विदेश जाकर शराब पीते हैं. डिप्टी सीएम मृतकों को चार-चार लाख रुपए का मुआवजा दें.